तिरुपति लड्डू विवाद: तेदेपा ने “प्रयोगशाला रिपोर्ट” में “गोमांस की चर्बी” होने का दावा किया

तिरुपति लड्डू विवाद: तेदेपा ने “प्रयोगशाला रिपोर्ट” में “गोमांस की चर्बी” होने का दावा किया

  •  
  • Publish Date - September 19, 2024 / 08:18 PM IST,
    Updated On - September 19, 2024 / 08:18 PM IST

अमरावती, 19 सितंबर (भाषा) विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी के कथित उपयोग को लेकर उठे विवाद के बीच, सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि की गई है।

तेदेपा प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में “गोमांस की चर्बी” की मौजूदगी की पुष्टि की गई थी।

कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट में नमूनों में “लार्ड” (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है। नमूने लेने की तारीख नौ जुलाई, 2024 थी और प्रयोगशाला रिपोर्ट 16 जुलाई की थी।

आंध्र प्रदेश सरकार या तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी), जो प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करता है, की ओर से हालांकि प्रयोगशाला रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई।

प्रयोगशाला – सीएएलएफ (पशुधन एवं खाद्य विश्लेषण एवं अध्ययन केंद्र) गुजरात के आनंद में स्थित एनडीडीबी (राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड) की एक बहु-विषयक विश्लेषणात्मक प्रयोगशाला है।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेदेपा सुप्रीमो एन. चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को आरोप लगाया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने पवित्र मिठाई तिरुपति लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया था।

विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने इस आरोप का जोरदार खंडन किया है।

भाषा प्रशांत माधव

माधव