तिरुपति लड्डू विवाद: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्वतंत्र एसआईटी के गठन के फैसले का स्वागत किया

तिरुपति लड्डू विवाद: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्वतंत्र एसआईटी के गठन के फैसले का स्वागत किया

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  • Publish Date - October 4, 2024 / 02:01 PM IST,
    Updated On - October 4, 2024 / 02:01 PM IST

अमरावती, चार अक्टूबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति लड्डू बनाने में पशु चर्बी के इस्तेमाल संबंधी आरोपों की जांच के लिए एक स्वतंत्र विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने के उच्चतम न्यायालय के फैसले का शुक्रवार को स्वागत किया।

नायडू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘मैं तिरुपति लड्डू में मिलावट के मामले की जांच के लिए सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो), आंध्र प्रदेश पुलिस और एफएसएसएआई (भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण)के अधिकारियों की सदस्यता वाली एसआईटी गठित करने के माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश का स्वागत करता हूं।’’

युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) की वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आर के रोजा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का निर्देश एक स्वागत योग्य है।

उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि बेहतर होगा कि श्रीवारी प्रसादम के मामले पर राजनीतिक रूप से दुर्भावनापूर्ण टिप्पणी करने से हर कोई परहेज करे।

इससे पहले, तेदेपा प्रवक्ता पट्टाभिराम कोम्मारेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार का इरादा सच्चाई सामने लाना और उन दोषियों को सजा देना है जिन्होंने भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के करोड़ों भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।

तेदेपा प्रवक्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम उच्चतम न्यायालय के निर्देश का स्वागत करते हैं। हमें इससे कोई परेशानी नहीं है। दुनिया भर के करोड़ों हिंदू मांग कर रहे हैं कि उन लोगों (दोषियों) को सलाखों के पीछे डाला जाए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए क्योंकि उन्होंने उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।’’

न्यायालय ने तिरुपति लड्डू बनाने में पशु चर्बी के इस्तेमाल के आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार को एक स्वतंत्र, विशेष जांच दल का गठन किया।

उसने कहा कि विशेष जांच दल (एसआईटी) में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और आंध्र प्रदेश पुलिस के दो-दो अधिकारियों के अलावा एफएसएसएआई (भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण) का एक वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होगा।

न्यायालय ने कहा कि एसआईटी की जांच की निगरानी सीबीआई निदेशक करेंगे।

पट्टाभिराम ने उम्मीद जताई कि एसआईटी की जांच समयबद्ध होगी।

उन्होंने कहा कि अब तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर मंदिर का आधिकारिक संरक्षक तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) गाय का शुद्ध घी खरीद रहा है और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) सामग्री में किसी तरह की मिलावट की जांच के लिए तिरुमला में एक प्रयोगशाला स्थापित करने वाला है।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इस महीने की शुरुआत में आरोप लगाया था कि राज्य में वाई एस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू तैयार करने में पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। इससे बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है।

भाषा सिम्मी नरेश

नरेश