लोगों को भयभीत कर शिवाजी महाराज के समक्ष शीश झुकाने का कोई औचित्य नहीं है: राहुल गांधी

लोगों को भयभीत कर शिवाजी महाराज के समक्ष शीश झुकाने का कोई औचित्य नहीं है: राहुल गांधी

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  • Publish Date - October 5, 2024 / 01:13 PM IST,
    Updated On - October 5, 2024 / 01:13 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

कोल्हापुर, पांच अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि लोगों को भयभीत कर और देश के संविधान एवं संस्थानों को बर्बाद करके शिवाजी महाराज के समक्ष शीश झुकाने का कोई औचित्य नहीं है।

राहुल गांधी ने पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर शीर में मराठा सम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया।

प्रतिमा का अनावरण करने से पहले राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में मराठा शासक की स्थापित प्रतिमा के ढहने को लेकर भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि पार्टी की विचारधारा सही नहीं है।

गांधी ने कहा, ‘‘ लोगों को भयभीत करने, देश में संविधान और संस्थानों को बर्बाद करने के बाद शिवाजी महाराज के समक्ष शीश झुकाने का कोई औचित्य नहीं है। ’’

कांग्रेस नेता की टिप्पणी स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाकर की गई, जिन्होंने शिवाजी महाराज और उनकी प्रतिमा ढहने से आहत लोगों से माफी मांगी थी। उन्होंने कहा, ‘‘छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ एक नाम या राजा नहीं हैं।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने राजकोट किले में 35 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण चार दिसंबर 2023 को नौसेना दिवस के अवसर पर किया था जो 26 अगस्त को ढह गई थी। गांधी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी का दुनिया को संदेश था कि देश सबका है।

उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान उस योद्धा राजा के विचारों का प्रकटीकरण है।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अगर छत्रपति शिवाजी महाराज और शाहू महाराज जैसे लोग नहीं होते तो संविधान भी नहीं होता।

भाषा

धीरज संतोष

संतोष