मुंबई में प्रवेश करने वाले हल्के मोटर वाहनों के लिए राज्य सरकार ने टोल शुल्क समाप्त करने की घोषणा की

मुंबई में प्रवेश करने वाले हल्के मोटर वाहनों के लिए राज्य सरकार ने टोल शुल्क समाप्त करने की घोषणा की

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  • Publish Date - October 14, 2024 / 03:58 PM IST,
    Updated On - October 14, 2024 / 03:58 PM IST

मुंबई, 14 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में प्रवेश के लिए सभी पांच टोल बूथ पर हल्के मोटर वाहनों के लिए टोल शुल्क पूरी तरह समाप्त करने की सोमवार को घोषणा की और यह फैसला आज मध्यरात्रि से लागू हो जाएगा।

राज्य मंत्रिमंडल के मुंबई में सोमवार सुबह हुई एक बैठक में टोल शुल्क समाप्त करने की अनुमति दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पत्रकारों से कहा, ‘‘टोल बूथ पर यातायात जाम के कारण टोल शुल्क समाप्त करने की मांग की गयी थी।’’

एक अधिकारी ने बताया कि यह कदम आगामी राज्य विधानसभा चुनाव से पहले लिया गया है। विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा जल्द ही होने की संभावना है।

टोल शुल्क समाप्त करने से दिवाली से पहले मुंबई में आ रहे और उससे बाहर जाने वाले लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। यात्री पांच बूथ – दहीसर, एलबीएस रोड-मुलुंड, ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे-मुलुंड, एरोली क्रीक ब्रिज और वाशी पर टोल दिए बिना यात्रा कर सकेंगे।

हल्के मोटर वाहनों में कार (हैचबैक, सीडान और एसयूवी), जीप, वैन, ऑटो-रिक्शा, टैक्सी, डिलीवरी वैन और छोटे ट्रक शामिल हैं।

अधिकारी ने बताया कि छह लाख से अधिक वाहन रोज मुंबई की सीमा पार करते हैं जिनमें से 80 फीसदी हल्के मोटर वाहन हैं।

शिंदे ने कहा कि टोल शुल्क समाप्त करने के कदम से समय एवं ईंधन बचेगा और प्रदूषण कम होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई के प्रवेश बिंदुओं पर टोल समाप्त करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। कई कार्यकर्ताओं ने टोल शुल्क समाप्त करने का अनुरोध करते हुए अदालत का रुख किया था। जैसे कि हमने लाडकी बहिन, लाडका भाऊ और लाडका किसान लागू किया है, अब हमने यात्रियों के लिए यह ‘मास्टरस्ट्रोक’ फैसला लिया है।’’

महाराष्ट्र के लोक निर्माण मंत्री दादा भुसे ने कहा कि पांच में किसी भी टोल बूथ पर हल्के मोटर वाहनों से 45 रुपये से 75 रुपये के बीच शुल्क लिया जाता था।

उन्होंने कहा कि करीब 70,000 भारी वाहनों की मुंबई में आवाजाही है।

भारी वाहनों को उनके कुल वाहन वजन 7,500 किलोग्राम से अधिक के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है और इसमें ट्रक, ट्रेलर, टैंकर और अन्य मालवाहक वाहन शामिल होते हैं।

महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) के एक अधिकारी ने बताया कि टोल शुल्क समाप्त करने की घोषणा से औसतन 2.8 लाख वाहनों को लाभ मिलने की संभावना है।

उन्होंने बताया कि हर दिन पांच टोल बूथ से 3.6 लाख वाहन गुजरते हैं, जिनमें से औसतन 2.8 लाख हल्के मोटर वाहन हैं।

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने टोल शुल्क खत्म करने के फैसले को राज्य विधानसभा चुनाव से पहले ‘‘हताशा में उठाया कदम’’ बताया।

उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘चुनाव आचार संहिता लागू होने से कुछ घंटे पहले उठाए गए हताशापूर्ण कदम से पता चलता है कि महाझूठी सरकार को पता है कि उसके दिन अब गिनती के रह गए हैं, इसलिए जनता के क्रोध से खुद को बचाने के लिए जो कुछ भी वे कर सकते हैं, वे कर रहे हैं। साथ ही उसे कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमराने के लिए भी गंभीर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।’’

चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘जैसे कि हार को भांपते हुए लाडकी बहिन (योजना) की शुरूआत की गयी, उसी तरह हार से पहले यह टोल शुल्क समाप्त करने का फैसला आया है।’’

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने हल्के मोटर वाहनों के लिए टोल शुल्क माफ करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले का स्वागत किया। ठाकरे की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कई बार टोल बूथों पर तोड़फोड़ की है।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे ‘महाराष्ट्र’ के लड़ाकों को बधाई। हमने टोल लेनदेन में पारदर्शिता की मांग के लिए कड़ा संघर्ष किया। टोल बूथों पर तोड़फोड़ करने के लिए हमारी आलोचना की गई, लेकिन अब हर मुंबईवासी टोल-मुक्त यात्रा कर सकता है।’’

उन्होंने उम्मीद जतायी कि यह फैसला आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए न किया गया हो।

मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले 15 दिनों में राज्य मंत्रिमंडल की बैठकों में टोल शुल्क समाप्त करने समेत 150 से अधिक फैसले किए गए हैं।

राज्य मंत्रिमंडल ने महाराष्ट्र राज्य कौशल विश्वविद्यालय का नाम दिवंगत रतन टाटा के नाम पर रखने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दे दी।

दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का नौ अक्टूबर को 86 वर्ष की आयु में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया।

मुंबई में स्थित महाराष्ट्र राज्य कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना 2022 में हुई। इसमें स्नातक और परास्नातक स्तर पर कई डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होती है।

महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने राज्य के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या पर भी दुख जताया और इस संबंध में एक शोक प्रस्ताव पारित किया।

भाषा

गोला रंजन

रंजन