विधानसभा अध्यक्ष मुझे नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मान्यता दें : जगनमोहन

विधानसभा अध्यक्ष मुझे नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मान्यता दें : जगनमोहन

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  • Publish Date - June 25, 2024 / 03:07 PM IST,
    Updated On - June 25, 2024 / 03:07 PM IST

अमरावती (आंध्र प्रदेश), 25 जून (भाषा) वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को राज्य विधानसभा अध्यक्ष सी. अय्याना पात्रुडु से उन्हें नेता प्रतिपक्ष और उनकी पार्टी को मुख्य विपक्षी दल के रूप में मान्यता देने का अनुरोध किया।

रेड्डी ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया।

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी द्वारा ‘पीटीआई-भाषा’से साझा किए गए पत्र में रेड्डी ने कहा, ‘‘कानून बाध्य करता है कि विपक्ष में जिस भी दल को सबसे अधिक सीट मिली है, उसे मुख्य विपक्षी दल के तौर पर मान्यता दी जानी चाहिए।’’

उन्होंने दावा किया कि कोई कानून नहीं कहता कि मुख्य विपक्षी पार्टी का दर्जा देने के लिए विधानसभा के कुल सदस्यों में से कम से कम 10 प्रतिशत उसके सदस्य होने चाहिए। रेड्डी ने कहा कि इस परिपाटी का पालन संसद या राज्य विधानसभा में नहीं किया जाता है।

पूर्व मुख्यमंत्री के मुताबिक हाल में सभी मंत्रियों को विधानसभा सदस्य की शपथ दिलाने के बाद उन्हें सदन की सदस्यता का शपथ दिलाना परंपराओं के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनसेना ने तय कर लिया है कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिया जाए।

रेड्डी ने कहा, ‘‘सत्तारूढ़ गठबंधन और विधानसभा अध्यक्ष ने पहले ही मेरे प्रति अपने द्वेष को प्रकट कर दिया है। एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें विधानसभा अध्यक्ष मुझे पीट पीटकर मारने की बात कर रहे हैं।’’

वाइएसआर कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘इस पृष्ठभूमि में मुझे नहीं लगता कि सदन में मुझे बोलने दिया जाएगा। मुख्य विपक्षी दल का दर्जा देने से ही हम जनता की आवाज सदन में उठाने में सक्षम होंगे।’’

उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष ने इन परिस्थितियों पर गौर करने और निर्णय लेने का अनुरोध किया।

हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था और पार्टी 175 सदस्यीय विधानसभा की 11 और राज्य की 25 लोकसभा सीट में से केवल चार सीट पर ही जीत दर्ज कर सकी।

भाषा धीरज रंजन

रंजन