मुंबई, 14 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में 12 दिसंबर को एक कंपनी के ‘स्टोरेज टैंक’ से निकले धुएं के संपर्क में आने से नजदीकी स्कूल के विद्यार्थियों समेत 70 से अधिक लोगों के प्रभावित होने के मामले में ‘जेएसडब्ल्यू जयगढ़ पोर्ट एलपीजी’ के चार सुपरवाइजर के बयान शनिवार को दर्ज किए गए। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने यह भी कहा कि दिन के दौरान 22 प्रभावित व्यक्तियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जबकि 29 मरीजों को शुक्रवार को रत्नागिरी सिविल अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी। उन्होंने बताया कि करीब 20 मरीज अब भी अस्पताल में भर्ती हैं।
अधिकारी ने कहा कि ‘जेएसडब्ल्यू जयगढ़ पोर्ट एलपीजी’ के चार सुपरवाइजर पर जहरीले पदार्थ के संबंध में लापरवाही बरतने के लिए भारतीय न्याय संहिता की धारा 286 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने पहले कहा था कि घटना के कारण प्रभावित लोगों में नजदीकी जयगढ़ विद्या मंदिर स्कूल के 59 छात्र और एक महिला शामिल हैं।
टैंक की सफाई प्रक्रिया के दौरान निकलने वाले धुएं के संपर्क में आने के बाद लोगों ने आंखों में जलन, बेचैनी और मतली की शिकायत की थी।
भाषा संतोष शफीक
शफीक