शिवसेना (यूबीटी) ने विधान परिषद से दानवे का निलंबन वापस लेने की मांग की

शिवसेना (यूबीटी) ने विधान परिषद से दानवे का निलंबन वापस लेने की मांग की

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  • Publish Date - July 3, 2024 / 02:56 PM IST,
    Updated On - July 3, 2024 / 02:56 PM IST

मुंबई, तीन जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र विधान परिषद में शिवसेना (यूबीटी) के सदस्यों ने बुधवार को उप सभापति नीलम गोरे से विपक्ष के नेता अंबादास दानवे का निलंबन समाप्त करने का आग्रह किया।

दानवे को एक दिन पहले ही सदन में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के मामले में कार्रवाई का सामना करना पड़ा था।

शिवसेना (यूबीटी) के विधान परिषद सदस्यों ने कहा कि दानवे अपने शब्दों के लिए माफी मांगने को तैयार हैं, इसलिए उनका निलंबन वापस लिया जाना चाहिए।

विधान परिषद में एक चर्चा के दौरान मंगलवार शाम को दानवे को भारतीय जनता पार्टी के विधायक प्रसाद लाड के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के कारण पांच दिन के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया था।

लाड ने लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘हिंदू नहीं’ संबंधी टिप्पणी की निंदा करते हुए प्रस्ताव लाने की मांग की थी, जिस पर शिवसेना (यूबीटी) नेता ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।

शिवसेना (यूबीटी) के विधायक दल के नेता अनिल परब ने कहा, ‘‘विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने सदन में अपने कथित दुर्व्यवहार और अभद्र भाषा के इस्तेमाल के लिए माफी मांगने की इच्छा प्रकट की है। हमारे नेता उद्धव ठाकरे ने भी दानवे के व्यवहार पर खेद जताया है। इसके बावजूद सदन में एकपक्षीय निर्णय लिया गया और दानवे को निलंबित कर दिया गया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘नेता प्रतिपक्ष के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए पार्टी विधायकों ने सदन की कार्यवाही में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। हम एकतरफा कार्यवाही पर अपना विरोध व्यक्त करने के लिए सदन में मौन रहेंगे।’’

परब के बयान पर गोरे ने कहा, ‘‘प्रश्नकाल होने के बाद हम विभिन्न पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाकर इस मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं।’’

भाषा

वैभव सुरेश

सुरेश