Shiv Sena leader Shivtare : पुणे। महाराष्ट्र के बारामती सीट से बतौर निर्दलीय मैदान में उतरने की घोषणा करने वाले शिवसेना नेता विजय शिवतारे ने शनिवार को अपना रुख बदल दिया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत पार्टी से जुड़े शिवतारे ने कहा कि वह पुणे जिले की बारामती सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे और इसके बजाय ‘महायुति’ गठबंधन के प्रत्याशी के लिए प्रचार करेंगे। बारामती को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के संस्थापक शरद पवार के परिवार का गढ़ माना जाता है।
शिवतारे की घोषणा उन अटकलों के बीच आई है कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को सत्तारूढ़ ‘महायुति’ गठबंधन की ओर से वहां से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने पहले ही बारामती सीट से अपनी बेटी और तीन बार की इस सीट से सांसद सुप्रिया सुले को मैदान में उतारने की घोषणा कर दी है।
शिवतारे की पहले की घोषणा से राकांपा और शिवसेना के बीच मतभेद पैदा हो गया था, क्योंकि भाजपा के साथ ये पार्टियां राज्य में ‘महायुति’ का हिस्सा हैं। यह मतभेद शिवतारे की ओर से अजित पवार पर किए जा रहे हमलों से भी साफ हुआ। घोषणा से पहले शिवतारे ने शनिवार को पुणे जिले की पुरंदर तहसील में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।
बारामती लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली पुरंदर विधानसभा सीट के पूर्व विधायक शिवतारे ने कहा, ‘‘ मैंने यह फैसला यह सुनिश्चित करने के लिए लिया है कि अगली पीढ़ी को इसका खामियाजा नहीं भुगतना पड़े। मुझे मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) का फोन आया और हमने करीब दो घंटे तक चर्चा की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने गुंजवानी बांध से पुरंदर में जलापूर्ति, पुरंदर में नया हवाई अड्डा और नयी ‘बाजार समिति’ बनाने पर चर्चा की।’’
शिवसेना नेता ने कहा कि पुरंदर से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं की कई घोषणाएं बारामती निर्वाचन क्षेत्र के सासवड में होने वाली रैली में मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस द्वारा की जाएंगी।
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीट के लिए पांच चरणों में 19 अप्रैल से 20 मई के बीच मतदान होगा। बारामती में सात मई को मतदान होगा और मतगणना चार जून को होगी।
शिवतारे ने कहा, ‘‘अब 1.5 लाख से अधिक वोट (राकांपा के) चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ को मिलेंगे। पूरी ताकत से चुनाव अभियान चलाया जायेगा। मैं अजित दादा को धन्यवाद देना चाहता हूं, क्योंकि वह भी बैठक (मुंबई) के दौरान उपस्थित थे।’’