मुंबई, 13 दिसंबर (भाषा) शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (उबाठा) ने रेलवे द्वारा दादर स्टेशन के बाहर एक मंदिर को अतिक्रमण करार देने और इसे हटाने का नोटिस जारी करने को लेकर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दावा किया कि रेलवे ने कुलियों द्वारा बनाए गए 80 वर्ष पुराने हनुमान मंदिर को गिराने के लिए ‘फतवा’ जारी किया है।
रेलवे ने मंदिर के न्यासी/पुजारी को चार दिसंबर को भेजे गए नोटिस में कहा कि यह संरचना अतिक्रमण कर रेलवे के स्वामित्व वाली भूमि पर बिना अनुमति के बनाई गयी है।
रेलवे ने नोटिस में कहा कि इस संरचना के कारण यात्रियों व वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है और दादर स्टेशन पर बुनियादी ढांचे के निर्माण में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।
रेलवे ने संरचना को हटाने के लिए सात दिन का नोटिस दिया था।
हालांकि, अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
ठाकरे ने भाजपा के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ के नारे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा के शासन में मंदिर भी सुरक्षित नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “” वे (भाजपा) 80 साल पुराने मंदिर को ध्वस्त करने की कोशिश कर रहे हैं। यह कौन सा हिंदुत्व है? केंद्र और राज्य सरकार इस मामले में निष्क्रिय हैं। शिवसेना (उबाठा) के नेता आदित्य ठाकरे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा केवल चुनावों के लिए हिंदुओं का इस्तेमाल करती है।
उन्होंने कहा, “मुंबई में 80 वर्ष पुराने हनुमान मंदिर को भाजपा सरकार के रेल मंत्रालय द्वारा तोड़ने का नोटिस दिया गया है।”
ठाकरे ने लिखा, “न तो बांग्लादेश में हिंदू सुरक्षित हैं, न ही महाराष्ट्र में मंदिर सुरक्षित हैं क्योंकि भाजपा सरकार उन्हें तोड़ने का नोटिस भेजती है।”
भाषा जितेंद्र संतोष
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