पुणे, पांच नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को उद्धव ठाकरे पर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के सिद्धांतों को त्यागने का आरोप लगाया और दावा किया कि महाविकास आघाडी (एमवीए) सरकार लोगों की इच्छा के विरुद्ध बनाई गई थी।
राज्य में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले शंभूराज देसाई के समर्थन में सतारा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शिंदे ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनावों में उनके नेतृत्व वाली शिवसेना के ‘‘शानदार प्रदर्शन’’ ने साबित कर दिया है कि ‘‘असली शिवसेना किसकी है।’’
शिंदे ने बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कुछ लोगों ने बाल ठाकरे के सिद्धांतों को त्याग दिया है।’’
उद्धव ठाकरे ने 2019 में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से हाथ मिलाकर एमवीए सरकार बनाई थी।
शिंदे ने कहा, ‘‘पार्टी को बिक्री के लिए रख दिया गया था, शिवसेना कार्यकर्ताओं और पार्टी को दबाया गया था। यह देखकर कार्यकर्ता बेचैन हो गए। शंभुराज देसाई मुझसे पूछते थे कि हम कब कार्रवाई (ठाकरे के खिलाफ विद्रोह)करें। मैंने उनसे कहा कि वह सही समय का इंतज़ार करें।’’
शिंदे ने 2022 में शिवसेना को विभाजित कर दिया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से सरकार बनाई।
शिंदे ने दावा किया कि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की एमवीए सरकार लोगों की इच्छा के विरुद्ध बनाई गई थी।
उन्होंने कहा कि शिवसेना और भाजपा ने 2019 का विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था और प्रचार के दौरान बाल ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीरें प्रमुखता से इस्तेमाल की गई थी।
ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए में मंत्री रहे शिंदे ने कहा, ‘‘लेकिन चुनाव के बाद आप (उद्धव) कांग्रेस के साथ चले गए। बालासाहेब इसे कभी स्वीकार नहीं करते और इसीलिए हमने यह कदम उठाया।’’
शिंदे ने कहा कि उन्होंने और उनके समर्थकों ने शिवसेना नहीं छोड़ी है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने शिवसेना को नहीं छोड़ा; हम वहीं रहे, शिवसेना को बचाया, उसके ‘धनुष-बाण’ (चुनाव) चिह्न को बचाया और सफल हुए।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी में अधिक से अधिक लोग शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनावों में हमारा ‘स्ट्राइक रेट’ शिवसेना (यूबीटी) से अधिक था। हमने 13 सीट पर चुनाव लड़ा और सात पर जीत हासिल की, और यह दर्शाता है कि किसकी शिवसेना असली है।’’
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 21 सीट पर चुनाव लड़ा और नौ पर जीत हासिल की।
भाषा नोमान शफीक
शफीक