मुंबई, 14 जून (भाषा) अभियोजन पक्ष ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत को बताया कि शीना बोरा की जिन कथित हड्डियों और अवशेषों को महाराष्ट्र के रायगढ़ में पुलिस द्वारा बरामद किया गया था वह गहन खोज के बावजूद नहीं मिल रहे हैं।
मुंबई के भायखला इलाके में सरकारी जेजे अस्पताल के एक फॉरेंसिक विशेषज्ञ चिकित्सक की गवाही के दौरान बृहस्पतिवार को अभियोजन पक्ष ने यह खुलासा किया।
अदालत फॉरेंसिक विशेषज्ञ की गवाही दर्ज कर रही है, जिन्होंने 2012 में पुलिस द्वारा उस स्थान से बरामद हड्डियों की पहली बार जांच की थी, जहां शीना बोरा के जले हुए शरीर को दफनाया गया था।
इंद्राणी मुखर्जी अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी हैं। पुलिस के अनुसार, 24 वर्षीय शीना बोरा की कथित तौर पर अप्रैल 2012 में हत्या कर दी गई थी लेकिन हत्या का मामला 2015 में सामने आया था।
बृहस्पतिवार को विशेष लोक अभियोजक सीजे नंदोडे ने अदालत को बताया कि गवाह (फोरेंसिक विशेषज्ञ) द्वारा संदर्भित वस्तुएं (पीड़िता की हड्डियां और अवशेष) गहन खोज के बावजूद भी नहीं मिल रही हैं।
सीबीआई अदालत ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 27 जून की तारीख निर्धारित की।
भाषा अविनाश संतोष
संतोष