जगन को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने के बाद शाह बहा रहे हैं मगरमच्छ के आंसू: शर्मिला

जगन को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने के बाद शाह बहा रहे हैं मगरमच्छ के आंसू: शर्मिला

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  • Publish Date - January 20, 2025 / 06:15 PM IST,
    Updated On - January 20, 2025 / 06:15 PM IST

अमरावती, 20 जनवरी (भाषा) कांग्रेस की आंध्र प्रदेश इकाई की अध्यक्ष वाई एस शर्मिला ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यह कहकर मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं कि 2019-2024 के दौरान राज्य तबाह हो गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि शाह की यह नई चिंता मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी को पांच साल तक रबर की मुहर और कठपुतली के रूप में इस्तेमाल करने के बाद सामने आई है।

हाल में विजयवाड़ा के समीप एक कार्यक्रम के दौरान वाईएसआरसीपी सरकार की शाह द्वारा की गई आलोचना पर शर्मिला ने कहा कि रेड्डी पूरी तरह से भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के साथ रहे और उन्होंने संसद में उसके सभी विधेयकों का समर्थन किया है।

शर्मिला ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया,‘‘पांच साल तक जगन आपके दत्तक पुत्र और महज रबर की मुहर रहे, जो संसद में हर विधेयक का समर्थन करते रहे। आपने पांच साल तक वाईएसआरसीपी का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया, राज्य को लूटा और अब उसके शासन में हुई तबाही पर मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के लोग इतने भोले नहीं है कि वे शाह के वादों पर विश्वास कर लेंगे। शर्मिला ने कहा कि केंद्र ने 2014 के आंध्र पुनर्गठन अधिनियम के तहत किए गए वादों को पूरा करने में विफल होकर कथित तौर पर 10 वर्षों तक आंध्र प्रदेश को ‘धोखा’ दिया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि शाह ने जो यह दावा किया है कि राजग सरकार आंध्र प्रदेश के वैभव को पुर्नस्थापित करने के लिए सहयोग एवं तीन लाख करोड़ रुपये देगी, वह धोखे का एक और उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि यदि शाह वाकई मानते हैं कि पिछले वाईएसआरसीपी शासन में तबाही हुई है तो केंद्रीय जांच एजेंसियों को पिछली सरकार के कृत्यों की जांच करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि जगन और भाजपा उस काल के दौरान कथित तबाही के लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं। उन्होंने वाईएसआरसीपी प्रमुख पर आंध्र प्रदेश के संसाधनों को अदाणी समूह और नरेन्द्र मोदी को सौंपने का आरोप लगाया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा,‘‘अगर वाईएसआरसीपी शासन एक आपदा थी और पिछले पांच साल तबाही थे, तो क्या आप (शाह) दिल्ली से केवल एक दर्शक के रूप में देख रहे थे? क्या आप उन पांच वर्षों के दौरान केंद्र में सत्ता में नहीं थे?’’

भाषा राजकुमार माधव

माधव