पुणे, 16 जनवरी (भाषा) केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘‘भारतीय राज व्यवस्था से लड़ रहे हैं’’ संबंधी टिप्पणी को लेकर बृहस्पतिवार को उनकी आलोचना की और कहा कि उनके विवादास्पद बयान से विपक्षी दल बेनकाब हो गया।
सिंधिया ने कहा कि आतंकवादी और नक्सली ही भारत के खिलाफ लड़ रहे हैं।
उन्होंने गांधी की उन टिप्पणियों के लिए उन पर निशाना साधा, जो कांग्रेस सांसद ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हमला करते हुए की थीं।
पुणे में ‘संविधान गौरव अभियान’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि पिछले 75 वर्षों में संविधान में किए गए 70 प्रतिशत संशोधनों के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारें जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा कल इस्तेमाल किए गए शब्दों को देखें। उन्होंने कहा कि वह ‘इंडियन स्टेट’ (भारतीय राज व्यवस्था) से लड़ रहे हैं। अगर आप भारत के नागरिक हैं, तो ‘भारतीय राज व्यवस्था के साथ युद्ध’ में होने का क्या मतलब है?’’
सिंधिया ने कहा, ‘‘क्या आप भारतीय संविधान पर युद्ध छेड़ेंगे? कल्पना कीजिए, भारत के खिलाफ कौन लड़ता है। आतंकवादी, नक्सली भारत के खिलाफ लड़ते हैं। हमें ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उन्होंने (कांग्रेस ने) खुद को (गांधी की टिप्पणियों से) बेनकाब कर दिया है।’’
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक पार्टी है जिसने हमेशा सत्ता हासिल करने के लिए संविधान का इस्तेमाल किया है।
गुना से लोकसभा सदस्य ने भाजपा का संदर्भ देते हुए कहा कि वहीं दूसरी ओर, एक पार्टी है जो भारत के विकास और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 75 वर्षों में संविधान में 106 संशोधन किए गए हैं। इन 106 संशोधनों में से 70 प्रतिशत कांग्रेस के शासन में हुए। आजादी के पहले चार वर्षों में ही उन्होंने पहला संशोधन लाया था।’’
सिंधिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कलाकारों और प्रेस के अधिकारों पर अंकुश लगाने के लिए पहला संशोधन लाया।
भाजपा नेता ने दावा किया, ‘‘1971 में, उन्होंने भारत के संविधान को इंदिरा के संविधान में बदलने की कोशिश की।’’
गांधी ने हालिया विधानसभा चुनावों का हवाला देते हुए चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर बुधवार को सवाल खड़े किए और कहा कि उनकी लड़ाई सिर्फ भारतीय जनता पार्टी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से नहीं, बल्कि ‘इंडियन स्टेट’ (भारतीय राज व्यवस्था) से भी है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के नए मुख्यालय के उद्घाटन के बाद, बुधवार को यह दावा भी किया कि भारत की चुनाव प्रणाली में गंभीर समस्या है।
गांधी ने कांग्रेस के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘यह मत सोचिए कि हम निष्पक्ष स्थिति वाली लड़ाई लड़ रहे हैं। यदि आप मानते हैं कि हम सिर्फ भाजपा नामक राजनीतिक संगठन और आरएसएस के खिलाफ लड़ रहे हैं, तो ऐसा नहीं है….क्योंकि उन्होंने हमारे देश की लगभग हर संस्था पर कब्जा कर लिया है।’’
भाषा सुभाष पवनेश
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