नागपुर, 12 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने कोलकाता के सरकारी आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक कनिष्ठ चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और उसकी हत्या की घटना पर ‘‘परदा डालने के प्रयासों’’ की शनिवार को निंदा की।
भागवत ने नागपुर में वार्षिक विजया दशमी उत्सव में आरएसएस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं समाज में बड़े पैमाने पर सांस्कृतिक पतन और भ्रष्टाचार का परिणाम हैं।
उन्होंने भारत की पुरानी परंपराओं का हवाला देते हुए कहा, ‘‘जब द्रौपदी के चीर को छुआ गया तो महाभारत हुआ और जब सीता का अपहरण हुआ तो रामायण हुई।’’
भागवत ने कहा, ‘‘कोलकाता के आर जी कर अस्पताल में जो हुआ वह एक शर्मनाक घटना है और हम सभी का अपमान है।’’
आरएसएस प्रमुख ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घटना को छुपाने और अपराधियों को बचाने की कोशिश की गई।
भागवत ने कहा, ‘‘अपराध, राजनीति और जहरीली संस्कृति का गठजोड़ हमें बर्बाद कर रहा है।’’
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सिम्मी नरेश
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