(फाइल फोटो के साथ)
मुंबई, 31 जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत बावनकुले ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे को कांग्रेस के चुनावी हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को दोषी ठहराने के एजेंडे पर विश्वास नहीं करना चाहिए।
अमरावती में संवाददाताओं से बातचीत में राजस्व मंत्री बावनकुले ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि चुनावी हार के बाद भी पार्टी परिपक्व नहीं हुई और ईवीएम पर दोष मढ़ती रहती है।
बावनकुले ने कहा, ‘‘कांग्रेस के लिए, जहां भी उसने चुनाव में जीत दर्ज की, ईवीएम सही थी…उसे आत्मचिंतन करना चाहिए। जब हम लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में 31 सीटें हार गए, तो हमने ईवीएम को दोष नहीं दिया, बल्कि आत्मचिंतन किया। हमने उन 29 बिंदुओं पर काम किया, जिनकी वजह से हमारी हार हुई। अगर वे आत्मचिंतन करेंगे, तो वे जीतेंगे।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा राज ठाकरे का सम्मान करती है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कहा, ‘‘राज ठाकरे जैसे परिपक्व व्यक्ति हार के लिए ईवीएम को दोषी ठहराने के कांग्रेस के एजेंडे को नहीं मानेंगे।’’
ठाकरे ने बृहस्पतिवार को मुंबई में मनसे नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चुनाव परिणामों पर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने सवाल किया कि अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने विधानसभा चुनावों में 41 सीटें कैसे जीतीं, जबकि उससे कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनावों में उसे केवल एक सीट मिली थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मनसे ने ठाणे जिले के कल्याण ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा विधायक राजू पाटिल को मैदान में उतारा था। पाटिल के गांव में करीब 1,400 मतदाता हैं, उन्हें हमेशा वहां से वोट मिलते रहे हैं। लेकिन इस बार उन्हें एक भी वोट नहीं मिला। ऐसा कैसे संभव है?’’
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने कहा कि देश में कई लोग ईवीएम पर अपने विचार रख रहे हैं और उनकी पार्टी भी महाराष्ट्र में यही कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अब राज ठाकरे, जिनके भाजपा और एकनाथ शिंदे के साथ अच्छे संबंध हैं, कहते हैं कि चुनाव प्रक्रिया में कुछ संदेहास्पद है…अगर राज ठाकरे ने यह सवाल उठाया है तो निर्वाचन आयोग और (मुख्यमंत्री) देवेंद्र फडणवीस को इसका जवाब देना चाहिए।’’
नवंबर 2024 के विधानसभा चुनावों में ‘महायुति’ गठबंधन ने 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें जीतकर महाराष्ट्र में सत्ता बरकरार रखी। भाजपा ने 132 सीटों, शिवसेना ने 57 और राकांपा ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की।
विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) में शामिल शिवसेना (उबाठा) ने 20 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 16 और राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 10 सीटों पर जीत हासिल की।
भाषा आशीष धीरज
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