पुणे, नौ दिसंबर (भाषा) शिवसेना (उबाठा) नेता आदित्य ठाकरे ने सोमवार को कहा कि पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के रूप में राहुल नार्वेकर के चुनाव का “बहिष्कार” किया क्योंकि उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान एक असंवैधानिक सरकार चलाने में मदद की थी।
इससे पहले दिन में, विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) द्वारा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला करने के बाद नार्वेकर को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया था।
मुंबई के कोलाबा से भाजपा विधायक नार्वेकर ढाई साल तक 14वीं विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं।
अपने पिछले कार्यकाल के दौरान, नार्वेकर ने फैसला सुनाया था कि अविभाजित शिवसेना के विभाजन के बाद एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी ही वैध और वास्तविक शिवसेना थी। उन्होंने यह भी कहा कि अजित पवार के नेतृत्व वाला गुट ही असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) है।
मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए, आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना (उबाठा) ने विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र के दौरान नार्वेकर के चुनाव और नए विधायकों को शामिल करने का बहिष्कार किया।
शिवसेना (उबाठा) नेता ने कहा, “उन विधायकों के बारे में हर कोई जानता है जो सूरत और फिर गुवाहाटी (2022 में शिवसेना के विभाजन के बाद) भाग गए थे। सभी ने देखा है कि विधानसभा अध्यक्ष (नार्वेकर) के रूप में चुने गए इस व्यक्ति ने पिछले ढाई वर्षों में कैसे एक असंवैधानिक सरकार चलाने में मदद की।”
उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि नार्वेकर अगले पांच साल में विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर अन्याय नहीं करेंगे।
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