पुणे, 29 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के पुणे अंतरराष्ट्रीय केंद्र (पीआईसी) का यहां एक नया परिसर बनाया गया है, जिसमें विश्व स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकेगा। पीआईसी राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर विचार-विमर्श करने वाला एक बहुआयामी नीति अनुसंधान ‘थिंक टैंक’ है।
एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि पाषाण क्षेत्र में रविवार को पीआईसी के नये परिसर का उद्घाटन किया गया, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिसमें मुख्य प्रशासनिक भवन, अनुसंधान इकाई, सभागार, सम्मेलन कक्ष और एक आर्ट गैलरी शामिल है।
पीआईसी का नया परिसर बनने के मौके पर दिए गए संदेश में तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने पुणे के ‘‘जीवंत बौद्धिक वातावरण’’ का जिक्र करते हुए कहा कि पीआईसी द्वारा क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दोनों नीतियों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर चर्चा के वास्ते एक मंच के रूप में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
पीआईसी के अध्यक्ष और प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. आरए माशेलकर ने दलाई लामा का संदेश पढ़ा। माशेलकर ने कहा कि नया परिसर एक सपने के सच होने जैसा है।
पुणे अंतरराष्ट्रीय केंद्र की स्थापना 24 सितंबर 2011 को माशेलकर, वरिष्ठ अर्थशास्त्री एवं पूर्व नौकरशाह डॉ. विजय केलकर और अन्य के नेतृत्व में की गई थी। इसमें 514 प्रतिष्ठित सदस्य, 59 संस्थागत सदस्य (आईआईटी, आईआईएम, विश्वविद्यालयों आदि से) और 14 कॉर्पोरेट सदस्य शामिल हैं।
भाषा
प्रीति पारुल
पारुल