लातूर (महाराष्ट्र), सात जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के लातूर जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के विरोध में एक स्थानीय संगठन ने मंगलवार को चक्का जाम किया।
लातूर शहर के पांच स्थानों तथा जिले के महालांगरा, चाकूर नितपुर, बोरगांव काले, बुधोडा, औसा, अहमदपुर और महापुर में प्रदर्शन किया गया।
सर्वपक्षीय नागरिक मंच ने सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चक्का जाम का आह्वान किया था, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप किए जाने के बाद दोपहर एक बजे प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने सरपंच की हत्या के मामले में राज्य सरकार की कथित उदासीनता के खिलाफ नारे लगाए और मांग की कि यदि देशमुख की हत्या में महाराष्ट्र के मंत्रियों धनंजय मुंडे और पंकजा मुंडे की संलिप्तता पाई जाती है तो उन्हें पद से हटा दिया जाए।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता धनंजय मुंडे भी शक के दायरे में हैं क्योंकि उनके करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को हत्या से संबंधित जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है।
बीड जिले के मसाजोग के सरपंच देशमुख को नौ दिसंबर को कथित तौर पर कुछ लोगों द्वारा पनचक्की परियोजना का संचालन कर रही एक कंपनी से जबरन वसूली के प्रयास का विरोध करने को लेकर अपहृत कर लिया गया था और बाद में प्रताड़ित करने के पश्चात उनकी हत्या कर दी गई थी।
धनंजय और उनकी चचेरी बहन एवं भाजपा नेता पंकजा मुंडे दोनों बीड से विधायक हैं।
एक प्रदर्शनकारी उदय गवारे ने बताया, ‘‘अगर सरकार ने सख्त कार्रवाई नहीं की तो धनंजय मुंडे के पराली स्थित आवास के सामने धरना दिया जाएगा।’’
प्रदर्शनकारियों ने जिला अधिकारियों को अपनी मांगों का एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने सरपंच की हत्या में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, देशमुख परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और सुरक्षा, गवाहों की सुरक्षा और आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है।
उन्होंने सोमनाथ सूर्यवंशी के परिजनों को भी 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की मांग की है। दरअसल, परभणी में संविधान की प्रतिकृति के साथ तोड़फोड़ के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों में सूर्यवंशी भी शामिल थे, लेकिन हिरासत के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
इस बीच, बीड से राकांपा (शरदचंद्र पवार) सांसद बजरंग सोनवणे ने कहा कि अगर देशमुख की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी पुलिस को जानकारी नहीं दे रहे हैं तो ‘‘उन्हें जनता के हवाले कर दिया जाना चाहिए।’’
उन्होंने बीड शहर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह घटना (हत्या) 9 दिसंबर को हुई, लेकिन अभी भी एक आरोपी फरार है।’’
भाषा प्रीति नरेश
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