(कोमल पंचमटिया)
मुंबई, 11 फरवरी (भाषा) अभिनेत्री आलिया भट्ट ने बताया कि फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ में अपने किरदार की तैयारी के लिए उन्होंने गुजरे जमाने की कई क्लासिक हिंदी फिल्में देखीं, खासकर मीना कुमारी की, क्योंकि निर्देशक संजय लीला भंसाली चाहते थे कि उनमें उस जमाने की अदाकाराओं के हाव-भाव नजर आएं।
आलिया भट्ट ने किरदार की तैयारी के लिए शबाना आज़मी अभिनीत ‘मंडी’ भी देखी, श्याम बेनेगल की इस फिल्म में उनकी मां सोनी राजदान भी थीं। उन्होंने अमेरिकी फिल्म ‘मेमॉयर्स ऑफ ए गीशा’ सहित कई पुरानी भारतीय फिल्में देंखी।
फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ में आलिया गंगूबाई के किरदार में नजर आएंगी, जो 1960 के दशक में मुंबई के रेड-लाइट इलाके कमाठीपुरा की शक्तिशाली और पंसदीदा महिलाओं में से एक थीं।
आलिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ को एक साक्षात्कार में बताया, ‘‘ वह (भंसाली) चाहते थे कि मैं मीना कुमारी की फिल्में देखूं.. उनके हाव-भाव … जिस तरह से वह गाना गाती हैं, हालांकि मैं फिल्म में गाने नहीं गा रही हूं। उनकी (मीना की) आंखों में एक उदासी थी, लेकिन चेहरे पर एक दृढ़ता। वह कहते थे, ‘‘उनका चेहरा देखो…’’ मैंने ‘मंडी’ भी देखी।’’
उन्होंने बताया कि इसके आलावा निर्देशक ने कहा था कि अच्छे से खाना खाओ और सेट पर खुश रहो।
आलिया ने कहा, ‘‘ सेट पर सबसे ज्यादा मैं ही खाती थी। ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ की शूटिंग के दौरान, मैं घर का सारा पसंदीदा खाना खाती थी। शूटिंग में काफी मजा आया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ एक कलाकार होने और एक अभिनेत्री होने में अंतर है। मुझे ये फिल्में देखने को कहा गया और जब भी मैंने ऐसा किया तो वहीदा रहमान जी, शबाना आजमी जी, मधुबाला जी सभी के लिए मेरा आदर और बढ़ा। उनकी अदाकारी देखकर मेरे रोंगटे खड़े जाते थे, अब हम अभिनेत्रियों को उस बखूबी से पेश नहीं कर पाते। ’’
फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ 25 फरवरी को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी। इस महीने 72वें बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ को दिखाया जाएगा।
भाषा निहारिका मनीषा
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