मुंबई, 23 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के शानदार प्रदर्शन को रेखांकित करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य की जनता ने फैसला दे दिया है कि असली शिवसेना कौन है।
जून, 2022 में शिवसेना तब विभाजित हो गई थी जब शिंदे ने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जिससे राज्य की महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार गिर गई थी।
शिंदे गुट को ‘शिवसेना’ नाम और ‘तीर-कमान’ चिह्न मिला जबकि ठाकरे गुट को ‘मशाल’ चिह्न के साथ शिवसेना (उबाठा) नाम दिया गया।
शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की 99वीं जयंती के मौके पर आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा कि शिवसेना (उबाठा) ने 97 सीट पर चुनाव लड़ा और केवल 20 सीट जीतीं।
शिंदे ने कहा, ‘‘हमने 80 सीट पर चुनाव लड़ा था और 60 सीट जीतीं। यह जीत शानदार है। अब बताइए असली शिवसेना किसकी है। जनता ने अपना फैसला सुना दिया है कि असली शिवसेना कौन सी है।’’
शिंदे ने कहा, ‘‘हम बालासाहेब ठाकरे की विरासत के उत्तराधिकारी हैं। लोगों ने इस पर अपनी मुहर लगा दी है।’’
उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों में भी इसी तरह की सफलता मिलना जरूरी है। शिंदे ने कहा, ‘‘आत्मसम्मान किसी भी पद से अधिक महत्वपूर्ण है। शिवसेना के आदर्शों और स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। बालासाहेब ठाकरे के आदर्शों के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा।’’
भाषा देवेंद्र अमित
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