मुंबई, 28 मई (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि मुंबई तटीय सड़क परियोजना के दूसरे चरण के तहत वर्ली और मरीन ड्राइव के बीच का हिस्सा यातायात के लिए 10 जून से खोल दिया जाएगा।
शिंदे ने दक्षिण की ओर जाने वाली सुरंग में मरीन ड्राइव छोर पर हो रहे रिसाव का भी निरीक्षण किया। इस हिस्से का पहले चरण के तहत मार्च में उद्घाटन किया गया था।
निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि तटीय सड़क पर सुरंग में जहां दो हिस्से एक साथ जुड़ते हैं, ऐसे दो से तीन जोड़ से रिसाव हो रहा है और ‘पॉलिमर ग्राउटिंग’ का उपयोग करके इन्हें बंद कर दिया जाएगा।
शिंदे ने कहा कि उन्होंने मानसून के दौरान भी पानी के रिसाव से बचने के लिए सुरंग के प्रत्येक तरफ सभी 25 जोड़ पर ‘पॉलिमर ग्राउटिंग’ का उपयोग करने का सुझाव दिया है।
उन्होंने कहा कि मरम्मत कार्य से तटीय सड़क पर वाहनों की आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ेगा और वाहन चालकों को कोई असुविधा नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीन ड्राइव से वर्ली तक तटीय सड़क का दूसरा चरण 10 जून तक यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
इससे पहले दिन में शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि अगर महा विकास आघाडी (एमवीए) सत्ता में होती तो तटीय सड़क परियोजना दिसंबर 2023 तक ही पूरी हो जाती और नागरिकों के लिए खोल दी जाती।
ठाकरे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘हालांकि, भ्रष्ट शासन की ओर से हमारी सरकार को गिराए जाने के बाद उन्होंने काम की रफ्तार को धीमा कर दिया और इससे परियोजना की लागत भी बढ़ गई।’’
उन्होंने दावा किया कि श्रेय लेने के लिए चुनाव से पहले परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन जल्दबाजी में किया गया। ठाकरे ने कहा कि एमवीए सरकार बनने पर काम में देरी की जांच की जाएगी।
महत्वाकांक्षी तटीय सड़क परियोजना पर काम 13 अक्टूबर 2018 को शुरू हुआ था और इसकी अनुमानित लागत 12,721 करोड़ रुपये है।
भाषा
खारी वैभव
वैभव