पालघर: पत्नी का हत्यारोपी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार, चौदह साल से फरार था

पालघर: पत्नी का हत्यारोपी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार, चौदह साल से फरार था

पालघर: पत्नी का हत्यारोपी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार, चौदह साल से फरार था
Modified Date: January 28, 2025 / 01:57 pm IST
Published Date: January 28, 2025 1:57 pm IST

पालघर, 28 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र पुलिस ने उत्तर प्रदेश के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की मदद से उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है जिसने वर्ष 2011 में अपनी पत्नी की कथित रूप से हत्या कर दी थी। आरोपी 14 वर्षों से फरार था। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि आरोपी जावेद जब्बार सैय्यद (46) ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी पहचान छिपायी थी और उसे 25 जनवरी को उत्तर प्रदेश के उन्नाव से गिरफ्तार कर लिया गया।

मीरा भयंदर-वसई विरार (एमबीवीवी) के सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) मदन बल्लाल ने बताया कि रिहाना (35) ने सैय्यद से दूसरी शादी की थी और रिहाना की पहली शादी से तीन बच्चे (एक बेटा एवं दो बेटियां) उसके साथ रहते थे। उन्होंने बताया कि रिहाना और सैय्यद महाराष्ट्र के पालघर जिले के नालासोपारा इलाके में साथ रहते थे।

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उन्होंने बताया कि रिहाना की पहली शादी से एक और बेटा मोहम्मद हारुल अनवर खान नालासोपारा में अलग रहता था और वहीं जरी इकाई में काम करता था।

अधिकारी ने बताया कि वह बीच-बीच में अपनी मां एवं भाई-बहनों से मिलने आता था, जो सैयद को पसंद नहीं था और इससे दंपति के बीच अक्सर झगड़ा होता था।

पुलिस ने बताया कि 22 मई 2011 को खान अपनी मां एवं भाई-बहनों के साथ उसके घर पर रुक गया था जिससे आरोपी नाराज था, जिससे पीड़िता और आरोपी के बीच फिर झगड़ा हुआ।

अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने 24 मई 2011 की रात एक बड़े पत्थर से अपनी पत्नी की कथित तौर पर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया। उन्होंने बताया कि बाद में नालासोपारा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया, लेकिन आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला।

अधिकारी ने बताया कि हाल ही में पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी अपनी पहचान छिपाकर लखनऊ के पास उन्नाव में रह रहा है। उन्होंने बताया कि लखनऊ की एसटीएफ की मदद से एमबीवीवी पुलिस ने आरोपी को उन्नाव के एक गांव से गिरफ्तार कर लिया।

अधिकारी ने बताया कि आरोपी को 25 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था और एमबीवीवी पुलिस ने बाद में लखनऊ की एक अदालत से आरोपी का ‘ट्रांजिट रिमांड’ प्राप्त किया।

भाषा यासिर अमित

अमित


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