हमारे विद्रोह ने शिवसेना को बाल ठाकरे के आदर्शों से विश्वासघात करने वालों से मुक्त कराया: शिंदे

हमारे विद्रोह ने शिवसेना को बाल ठाकरे के आदर्शों से विश्वासघात करने वालों से मुक्त कराया: शिंदे

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  • Publish Date - October 13, 2024 / 12:00 AM IST,
    Updated On - October 13, 2024 / 12:00 AM IST

मुंबई, 12 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि उनके नेतृत्व में किए गए विद्रोह ने शिवसेना को उन लोगों से मुक्त कर दिया, जिन्होंने पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे के आदर्शों के साथ विश्वासघात किया था।

उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अब शिवसेना (यूबीटी) और असदुद्दीन ओवैसी नीत ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) में कोई अंतर नहीं रह गया है।

दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में दशहरा रैली को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा कि लोकसभा चुनावों ने साबित कर दिया है कि असली शिवसेना कौन सी पार्टी है।

शिंदे ने कहा कि लोकसभा की 13 सीट पर उनकी पार्टी और प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) के बीच सीधी लड़ाई में उनकी पार्टी ने सात सीट जीती थी।

लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने 15 सीट पर चुनाव लड़ा और सात पर जीत हासिल की, जबकि शिवसेना (यूबीटी) ने 21 सीट पर चुनाव लड़ा और नौ सीट पर जीत दर्ज की।

उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव में महा विकास आघाडी (एमवीए) की सफलता संक्षिप्त अवधि के लिए है, जिसे आगामी विधानसभा चुनाव में दोहराया नहीं जा सकेगा।’’

एमवीए ने लोकसभा चुनाव में 48 में से 30 पर जीत दर्ज की थी, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रितक गठबंधन को केवल 17 सीटे मिलीं।

शिंदे ने 2022 में 39 विधायकों के साथ विद्रोह कर दिया था जिसके परिणामस्वरूप उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार गिर गई थी।

शिंदे ने कहा, ‘‘हमने शिवसेना को उन लोगों से मुक्त करा दिया, जिन्होंने बालासाहेब के आदर्शों के साथ विश्वासघात किया था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि किसके वोट के कारण आपकी जीत हुई। बम विस्फोट के आरोपी इकबाल मूसा ने चुनाव प्रचार किया। आपके चुनाव प्रचार करने के दौरान पाकिस्तानी झंडा देखा जा सकता है। (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी और (केंद्रीय गृह मंत्री अमित) शाह को अपशब्द कहने और हिंदुत्व को त्यागने के बाद आपको जो वोट मिले, उसके लिए बधाई।’’

लोकसभा चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) को मिले मुस्लिम वोटों का उल्लेख करते हुए शिंदे ने दावा किया, ‘‘एआईएमआईएम और शिवसेना (यूबीटी) में कोई अंतर नहीं है।’’

शिवसेना (यूबीटी) द्वारा धारावी पुनर्विकास परियोजना में अनियमितताओं को लेकर बार-बार लगाए जाने वाले आरोपों पर शिंदे ने कहा, ‘‘आप 25 साल तक सत्ता में रहे, लेकिन लोगों की खुशियों को कभी प्राथमिकता नहीं दी। आपने एक के बाद एक बंगले बनाए, जबकि धारावी के निवासी झुग्गियों में ही रहे।’’

शिंदे ने ठाकरे पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया।

भाषा

खारी सुभाष

सुभाष