बदलापुर मामले के आरोपी की मुठभेड़ को लेकर विपक्षी नेताओं ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की

बदलापुर मामले के आरोपी की मुठभेड़ को लेकर विपक्षी नेताओं ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की

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  • Publish Date - January 20, 2025 / 08:42 PM IST,
    Updated On - January 20, 2025 / 08:42 PM IST

नागपुर, 20 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के नेताओं नाना पटोले, अनिल देशमुख और आदित्य ठाकरे ने बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की मौत के मामले में सोमवार को कार्रवाई की मांग की। मजिस्ट्रेट जांच में हिरासत में हुई मौत के लिए पांच पुलिसकर्मियों को जिम्मेदार ठहराया गया है।

अक्षय शिंदे (24) को अगस्त 2024 में बदलापुर के एक स्कूल के शौचालय के अंदर दो बच्चियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह स्कूल में ‘अटेंडेंट’ था। शिंदे की 23 सितंबर को तलोजा जेल से पूछताछ के लिए ले जाते समय कथित पुलिस गोलीबारी में मौत हो गई थी।

मजिस्ट्रेट ने सोमवार को सीलबंद लिफाफे में अपनी जांच रिपोर्ट बंबई उच्च न्यायालय को सौंपी। उच्च न्यायालय शिंदे के पिता अन्ना शिंदे की याचिका पर सुनवाई कर रहा है। अन्ना शिंदे ने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि उनके बेटे को पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ में मार डाला।

उच्च न्यायालय ने कहा, ‘‘मजिस्ट्रेट ने जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में मजिस्ट्रेट इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि आरोपी अक्षय शिंदे की मौत के लिए पांच पुलिसकर्मी जिम्मेदार हैं।’’

राकांपा (शरदचंद्र पवार) नेता और राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि उन्हें हमेशा से इस मामले में गड़बड़ी का संदेह था। देशमुख ने कहा, ‘‘हथियारों के बारे में जानकारी न रखने वाला कोई व्यक्ति पुलिस की पिस्तौल कैसे छीन सकता है और उसका इस्तेमाल कैसे कर सकता है? राज्य सरकार को मुठभेड़ की विस्तृत जांच करनी चाहिए। यह पता लगाया जाना चाहिए कि यह मुठभेड़ क्यों की गई और किसे बचाने के लिए की गई।’’

देशमुख ने दावा किया कि बदलापुर का स्कूल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के करीबी लोगों द्वारा संचालित किया जा रहा था। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि यह घटना शर्मनाक है और राज्य सरकार इसके पीछे की सच्चाई को सामने न आने देकर आरोपियों को बचा रही है।

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता आदित्य ठाकरे ने सवाल किया कि क्या यह एक ‘‘राजनीतिक मुठभेड़’’ थी। उन्होंने पूछा कि क्या यह हत्या राजनीतिक लाभ के लिए (विधानसभा) चुनावों से पहले की गई थी।

भाषा आशीष माधव

माधव