नासिक (महाराष्ट्र), 14 सितंबर (भाषा) प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) खत्म करने और निर्यात शुल्क को आधा करने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद शनिवार को जिले की लासलगांव कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) में प्याज की कीमत में उछाल देखने को मिला। बाजार सूत्रों ने यह जानकारी दी।
लासलगांव एपीएमसी देश की सबसे बड़ी प्याज थोक मंडियों में से एक है।
सूत्रों ने बताया कि एपीएमसी में प्याज की कीमत में औसतन 433 रुपये प्रति क्विंटल का उछाल आया है।
लासलगांव एपीएमसी के चेयरमैन बालासाहेब क्षीरसागर ने कहा, ‘‘एमईपी हटाना निश्चित रूप से एक अच्छा फैसला है। बाजार में थोड़ी तेजी आई है। हमें लगता है कि निर्यात पर कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए। ऐसी चीजों को लागू करने और हटाने से बाजार प्रभावित होता है। अब एमईपी हटा दिया गया है, लेकिन किसानों की प्याज की उपज खत्म हो रही है।’’
क्षीरसागर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘अभी तक इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं है कि निर्यात शुल्क में 20 प्रतिशत की कमी की गई है या 40 प्रतिशत की।’’
एपीएमसी सूत्रों ने बताया कि शनिवार को मंडी में 425 वाहन यानी 5,182 क्विंटल प्याज आया। उन्होंने बताया कि प्याज की न्यूनतम कीमत 3,700 रुपये, अधिकतम कीमत 4,951 रुपये प्रति क्विंटल और औसत कीमत 4,700 रुपये प्रति क्विंटल रही।
सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को करीब 302 वाहन (3,736 क्विंटल) प्याज आया और कीमत न्यूनतम 2,800 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 4,411 रुपये प्रति क्विंटल और औसतन 4,267 रुपये प्रति क्विंटल रही।
सरकार ने प्याज पर निर्यात शुल्क 40 प्रतिशत से घटाकर आधा यानी 20 प्रतिशत कर दिया है। शुल्क में कटौती 14 सितंबर से प्रभावी है। 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क चार मई से लागू था।
प्याज और बासमती चावल दोनों पर एमईपी हटाने और निर्यात शुल्क में कटौती के ये फैसले महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनावों से पहले लिए गए हैं।
भाषा
राजेश राजेश पारुल
पारुल