मुंबई, 26 अगस्त (भाषा) मलयालम फिल्मों की अभिनेत्री पार्वती थिरुवोथु ने सोमवार को कहा कि सभी फिल्म उद्योग एक ही ‘कीड़े’ से त्रस्त हैं और उद्योग के लोगों को इसकी सफाई करनी होगी। मलयालम सिनेमा में यौन शोषण पर न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट के निष्कर्षों से उथल-पुथल मची हुई है और कई लोग अपनी आवाज मुखर कर रहे हैं।
फिलहाल अपनी तमिल फिल्म ‘थंगालान’ का प्रचार कर रही हैं। ‘वुमेन इन सिनेमा कलेक्टिव’ (डब्ल्यूसीसी) की सदस्य पार्वती ने कहा, ‘‘जब हम अपने लिए बोलते हैं, तो हम बाकी सभी के लिए खड़े होते हैं। हमें सहयोगियों की आवश्यकता है।’’
डब्ल्यूसीसी के प्रयासों के बाद केरल सरकार ने न्यायमूर्ति हेमा समिति का गठन किया था।
पार्वती ने एक संवाददाता सम्मेलन में, जिसमें ‘पीटीआई-भाषा’ के प्रतिनिधि भी शामिल थे, कहा, ‘‘सभी उद्योगों में एक ‘कीड़ा’ है और हमें इसे खुद ही साफ करना होगा… लेकिन मेरा मानना है कि चीजें अब बदल रही हैं। जब हम अपने लिए बोलते हैं, तो हम बाकी सभी के लिए खड़े होते हैं। हमें सहयोगियों की जरूरत है।’’
न्यायमूर्ति हेमा समिति की 19 अगस्त को जारी विस्तृत रिपोर्ट में मलयालम सिनेमा उद्योग में सत्ता के गठजोड़ और महिलाओं के शोषण का जिक्र है।
पार्वती वर्ष 2017 में अपनी पहली हिंदी फिल्म ‘करीब करीब सिंगल’ में अभिनेता इरफान खान के साथ काम कर चुकी हैं। पार्वती ने अपनी नयी फिल्म ‘थंगालान’ के सह अभिनेता विक्रम की तुलना इरफान से करते हुए कहा कि दोनों के बीच कई समानताएं हैं।
पार्वती ने दोनों अभिनेताओं को उदार इंसान बताया।
भाषा संतोष अविनाश
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