ठाणे, 29 नवंबर (भाषा) कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के सामने आने के बीच दक्षिण अफ्रीका से लौटे और संक्रमित पाए गए 32 वर्षीय एक शख्स को नगर निकाय के कोविड -19 देखभाल केंद्र में पृथक-वास में रखा गया है और उसके नमूने को ‘जीनोम सीक्वेंसिंग’ के लिए भेजा गया है।
कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका (केडीएमसी) की महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ प्रतिभा पनपाटिल ने सोमवार को बताया कि नमूने के नतीजे के बारे में सात दिन बाद जानकारी मिलेगी।
अधिकारी ने बताया कि यह अबतक पता नहीं चल सका है कि वह कहां संक्रमित हुआ। ओमीक्रोन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चिंताजनक स्वरूप घोषित किया है।
केडीएमसी के आयुक्त डॉ विजय सूर्यवंशी ने कल्याण-डोंबिवली टाउनशिप के नागरिकों से अपील की है कि वे हाल के घटनाक्रम से घबराएं नहीं और कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें।
मर्चेंट नेवी में इंजीनियर के तौर पर काम करने वाला व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका, दुबई और दिल्ली होकर 24 नवंबर को ठाणे जिले के डोंबिवली पहुंचा था।
पनपाटिल ने कहा कि नए स्वरूप को देखते हुए सरकार के हालिया प्रोटोकॉल के मुताबिक उसकी जांच की गई, तो वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि उसके परिवार के आठ अन्य सदस्यों की भी जांच की गई है और उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
पनपाटिल ने कहा कि नगर निकाय के अधिकारी उसके साथ यात्रा करने वाले लोगों की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं, ताकि उनकी स्वास्थ्य स्थिति का पता लगाया जा सके।
अधिकारी ने बताया, “ इंजीनियर को फिलहाल पृथक रखा गया है और उसका डोंबिवली में नगर निकाय के कोविड-19 देखभाल केंद्र में इलाज किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग विश्लेषण की रिपोर्ट आने तक उसे निगरानी में रखा जाएगा।
भाषा
नोमान दिलीप
दिलीप
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