पुणे, नौ नवंबर (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक सुनील टिंगरे ने राकांपा (शरद चंद्र पवार) अध्यक्ष शरद पवार को कोई कानूनी नोटिस भेजने की बात से शनिवार को इनकार किया, जो दावा पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने किया था।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुले ने शुक्रवार को दावा किया था कि पुणे के वडगांव शेरी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले टिंगरे ने उनके पिता को एक कानूनी नोटिस भेजा है, जिसमें कहा गया है कि यदि पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार ने पुणे पोर्श कार दुर्घटना मामले में उन्हें बदनाम किया तो वह उन्हें अदालत में घसीटेंगे।
सुले ने पुणे के वडगांव शेरी निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार बापू पठारे के समर्थन में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए टिंगरे का नाम लिए बिना कहा, ‘‘पार्टी ने जिस व्यक्ति को पिछली बार टिकट दिया था उसने अब नोटिस भेजा है कि अगर पोर्श कार मामले में उसको बदनाम किया गया तो वह शरद पवार को अदालत में घसीटेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन शरद पवार तो प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस से भी नहीं डरते। तो क्या आपको लगता है कि वह आपके नोटिस से डरेंगे?’’
सासंद सुले ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि टिंगरे ने अपने वकील के माध्यम से शरद पवार को नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम देखेंगे कि इस पर क्या करना है।’’
अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के टिकट पर वडगांव शेरी सीट से उम्मीदवार टिंगरे पर पोर्श दुर्घटना मामले में आरोपियों को बचाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का आरोप है।
टिंगरे ने शनिवार को जारी एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मैंने माननीय शरद पवार साहब को कोई नोटिस नहीं भेजा है। हाल ही में, पार्टी के कुछ नेताओं और प्रवक्ताओं ने एक मामले में मुझे बदनाम किया और मेरे खिलाफ कई बयान दिए। अब चुनाव के दौरान किसी को गलत जानकारी नहीं फैलानी चाहिए…इसलिए मैंने महा विकास आघाडी (एमवीए) के कुछ पार्टी नेताओं को नोटिस भेजा है। मैंने विशेष तौर पर शरद पवार साहब को कोई नोटिस नहीं भेजा है।’’
पुणे के कल्याणी नगर इलाके में 19 मई को सुबह कथित तौर पर शराब के नशे में धुत 17 वर्षीय एक लड़के द्वारा चलायी जा रही एक पोर्श कार से मोटरसाइकिल सवार दो आईटी पेशेवरों को टक्कर लग गई थी, जिनमें से एक युवती थी। इस घटना में दोनों की मौत हो गयी थी।
भाषा प्रीति अमित
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