विभाग आवंटन के निर्धारण तक भाजपा को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की कोई जल्दी नहीं: सूत्र

विभाग आवंटन के निर्धारण तक भाजपा को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की कोई जल्दी नहीं: सूत्र

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  • Publish Date - November 26, 2024 / 04:11 PM IST,
    Updated On - November 26, 2024 / 04:11 PM IST

मुंबई, 26 नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महाराष्ट्र की नयी सरकार में विभागों के बंटवारे को अंतिम रूप दिए जाने तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने की जल्दबाजी में नहीं है। पार्टी सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकार दी।

अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस बारे में महायुति गठबंधन के निर्णय में देरी होने के संकेत तब मिले जब राज्यपाल ने मंगलवार सुबह एकनाथ शिंदे को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने को कहा। शिंदे ने आज राज्यपाल से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा दे दिया है।

विधानसभा चुनावों में भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन की भारी जीत के बावजूद, सहयोगी दलों के बीच इस बात पर आम सहमति नहीं बन पाई है कि शीर्ष पद पर कौन बैठेगा।

प्रदेश भाजपा के एक नेता ने नाम न जाहिर करने का अनुरोध करते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा करने की जल्दी में नहीं है। हमने निर्णायक जनादेश प्राप्त कर लिया है, और अब प्राथमिकता सरकार गठन के लिए एक व्यापक योजना तैयार करना है। इसमें मंत्रियों के विभागों को अंतिम रूप देना और जिला संरक्षक मंत्रियों जैसे प्रमुख पदों का वितरण शामिल है।’’

उन्होंने कहा कि यह दृष्टिकोण गठबंधन सहयोगियों के बीच टकराव से बचने की इच्छा से उपजा है।

इस मामले को विस्तार से बताते हुए भाजपा के एक अन्य अंदरूनी सूत्र ने रायगढ़ जिले के विधायक महेंद्र थोरवे का उदाहरण दिया, जिन्होंने लंबे समय से चली आ रही स्थानीय प्रतिद्वंद्विता के कारण इस वर्ष की शुरुआत में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की अदिति तटकरे को जिला संरक्षक मंत्री नियुक्त किए जाने का विरोध किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हम ऐसे मुद्दों का समाधान करना चाहते हैं, तथा आगे बढ़ने से पहले यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि सभी लोग एकमत हों।’’

भाजपा को 20 नवंबर को हुए चुनाव में 132, शिवसेना को 57 और राकांपा को 41 सीटें मिली थीं। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए।

राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में कैबिनेट और राज्य दोनों स्तरों पर अधिकतम 43 मंत्री हो सकते हैं। राज्य में 36 जिले हैं और एक मुख्यमंत्री के लिए यह अनिवार्य हो जाता है कि उनमें से प्रत्येक को प्रतिनिधित्व मिले।

पार्टी के एक नेता ने कहा,‘‘संसद का सत्र जारी रहने के कारण केंद्रीय नेतृत्व पर काफी दबाव है। वह महाराष्ट्र भाजपा नेताओं और सहयोगी दलों के साथ बैठकें कर रहा है और संसद में सदन का प्रबंधन भी संभाल रहा है।’’

मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा के बारे में सूत्र ने कहा, ‘‘भाजपा केंद्रीय इकाई एक पर्यवेक्षक या पर्यवेक्षकों की टीम नियुक्त करेगी जो मुंबई का दौरा करेगी। वे मंत्रिमंडल फॉर्मूले को अंतिम रूप देने के लिए विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से मिलेंगे। एक बार ऐसा हो जाने पर, वे विधानमंडल दल के नेता के लिए पार्टी की पसंद की घोषणा करेंगे।’’

पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जो चुनाव प्रचार के दौरान वस्तुत: भाजपा का चेहरा थे, अपनी पार्टी के शानदार चुनाव प्रदर्शन के बाद शीर्ष पद के लिए सबसे आगे हैं, वहीं शिवसेना नेताओं ने कहा है कि वे चाहते हैं कि एकनाथ शिंदे पद पर बने रहें, जिससे यह संकेत मिलता है कि शिवसेना ने अपना दावा नहीं छोड़ा है।

गठबंधन में तीसरे खिलाड़ी अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने हाल ही में सार्वजनिक रूप से कहा कि फडणवीस उन्हें स्वीकार्य हैं।

सूत्र ने कहा, “इससे नवनिर्वाचित विधायकों सहित कई भाजपा नेताओं की यह मांग मजबूत हो गई है कि फडणवीस को अगला मुख्यमंत्री होना चाहिए।”

भाजपा हालांकि सतर्क है, क्योंकि मंत्रिमंडल से जुड़े सभी पहलुओं पर काम होने तक अंतिम निर्णय नहीं लिया जाएगा। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘कोई जल्दबाजी नहीं है। एक बार कैबिनेट का फार्मूला तय हो जाए तो हम उम्मीदवार की घोषणा कर देंगे।’’

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश