मुंबई, 10 दिसंबर (भाषा) निवार्चन आयोग (ईसीआई) ने मंगलवार को कहा कि पिछले माह महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में डाले गए वोट और ‘वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल’ (वीपीपैट) पर्चियों के मिलान में कोई भी गड़बड़ी नहीं पाई गई।
निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में औचक तरीके से चुने गए मतदान केंद्रों से वीवीपीएटी पर्चियों की गिनती सफलतापूर्वक पूरी हुई।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत गठबंधन महायुति की शानदार जीत के बाद विपक्षी दलों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि वीवीपैट पर्चियों की गिनती का उद्देश्य ईवीएम में दर्ज वोटों का मिलान वीवीपैट पर्चियों से करना है। उसने कहा कि पूरी प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों के प्रतिनिधि मौजूद रहे थे।
अधिकारियों ने महाराष्ट्र के 288 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,440 वीवीपैट मशीनों का सत्यापन किया। बयान में कहा गया है कि उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों और निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षकों ने औचक तरीके से मतदान केंद्रों का चयन किया।
निर्वाचन आयोग ने कहा, ‘‘ईवीएम में दर्ज उम्मीदवार-वार वोट की गिनती और वीवीपैट पर्चियों से संबंधित गिनती में कोई भी विसंगति नहीं पाई गई।’’
इसने कहा कि प्रत्येक मतगणना केंद्र पर विशेष घेरे बनाए गए थे और पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी पर रिकॉर्ड की गई, जिनकी फुटेज सुरक्षित रखी गई हैं।
आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में पांच मतदान केंद्रों से वीवीपैट पर्चियों की गिनती अनिवार्य है। निर्वाचन आयोग ने कहा कि सत्यापन होने तक मतगणना प्रक्रिया अधूरी मानी जाती है और किसी भी उम्मीदवार को विजेता घोषित नहीं किया जा सकता।
महायुति गठबंधन ने चुनाव में 288 विधानसभा सीट में से 230 सीट जीती थीं।
भाषा
खारी अविनाश
अविनाश