नेपाल आर्मी बैंड ने सेना दिवस परेड में ‘जय हो’, स्कॉटिश धुन बजाई

नेपाल आर्मी बैंड ने सेना दिवस परेड में ‘जय हो’, स्कॉटिश धुन बजाई

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  • Publish Date - January 15, 2025 / 08:35 PM IST,
    Updated On - January 15, 2025 / 08:35 PM IST

(कुणाल दत्त)

पुणे, 14 जनवरी (भाषा) ‘जय हो’ की धुन से लेकर ‘कदम कदम बढ़ाए जा’ जैसे देशभक्ति के गीतों तक, नेपाल सेना के बैंड ने 77वें सेना दिवस परेड में भावपूर्ण संगीत प्रस्तुतियों से लोगों का दिल जीत लिया।

परेड के दौरान भारतीय सैन्य बैंड ने ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन बजाई।

नेपाल सेना की 33 सदस्यीय टुकड़ी 10 जनवरी को पुणे पहुंची थी। इसमें तीन महिला संगीतकार शामिल थीं।

अधिकारियों ने बताया कि सेना दिवस परेड में नेपाल के बैंड की पहली भागीदारी दोनों देशों की सेनाओं के बीच मित्रता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण संकेत है।

बैंड की भागीदारी नेपाल के सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिगडेल के भारत दौरे के लगभग एक महीने बाद हुई है।

अधिकारियों ने कहा कि नेपाल सेना के बैंड की उपस्थिति समारोह में एक ‘‘जीवंत स्पर्श’’ जोड़ती है, तथा दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करती है।

बॉम्बे इंजीनियर्स ग्रुप (बीईजी) एंड सेंटर में आयोजित परेड के बाद प्रेस वार्ता में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भी नेपाल सेना के बैंड दल की भागीदारी के महत्व को रेखांकित किया।

सेना प्रमुख द्विवेदी ने कहा कि पिछले वर्ष नवंबर में नेपाल यात्रा के दौरान उनके नेपाली समकक्ष के साथ चर्चा में यह निर्णय लिया गया था कि नेपाली सेना का एक बैंड भारत में सेना दिवस परेड में भाग लेगा तथा भारतीय बैंड नेपाल जाएगा।

जब सेना प्रमुख से पूछा गया कि क्या वह मित्र देशों से इस तरह की और अधिक भागीदारी चाहते है, तो उन्होंने कहा, ‘‘हम और अधिक टुकड़ियां, और अधिक बैंड लाना चाहेंगे।’’

परेड के दौरान नेपाल सेना के बैंड ने दर्शकों को अपनी प्रस्तुतियों से मंत्रमुग्ध कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के बैंड ने ‘रातो रा चंद्र सूर्या’, ‘जंगी निशान हमरो’, ‘हाईलैंड कैथेड्रल’ (स्कॉटिश धुन), ‘कदम कदम बढ़ाए जा’, ‘जय हो’ और ‘यो नेपाली शिर उचली संसार मा लम्किंचा’ जैसी धुनें बजाईं।

काठमांडू की मूल निवासी और नेपाल आर्मी बैंड की तीन महिला सदस्यों में से एक ईश्वरी भुजेल ने कहा कि उन्हें भारत में और भारत के लिए बजाकर बहुत खुशी महसूस हुई। उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत की मेरी पहली यात्रा है। भारत और नेपाल के बीच पुराने और मधुर संबंधों को देखते हुए भारतीय सेना दिवस परेड में बैंड का हिस्सा बनकर मुझे बहुत खुशी हुई।’’

भाषा आशीष माधव

माधव