राकांपा की पुणे ईकाई के अध्यक्ष मानकर ने इस्तीफा देने की पेशकश की

राकांपा की पुणे ईकाई के अध्यक्ष मानकर ने इस्तीफा देने की पेशकश की

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  • Publish Date - October 16, 2024 / 04:37 PM IST,
    Updated On - October 16, 2024 / 04:37 PM IST

पुणे, 16 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र के पुणे में अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं क्योंकि पार्टी की शहर इकाई के अध्यक्ष दीपक मानकर ने राज्यपाल के कोटे से महाराष्ट्र विधानपरिषद में नामांकन न दिए जाने के बाद अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है।

महाराष्ट्र विधानपरिषद के सात नए सदस्यों को मंगलवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई, जिनमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के दो उम्मीदवार पंकज भुजबल और इदरीस नाइकवाड़ी शामिल हैं।

मानकर ने ऐसे समय में अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है जब एक दिन पहले ही राकांपा की स्थानीय इकाई के कई सदस्यों ने मानकर को विधान पार्षद के पद पर मनोनीत नहीं किए जाने के विरोध में इस्तीफा देने का एलान किया था।

मानकर ने कहा कि वह अजित पवार का समर्थन करना जारी रखेंगे और उनका साथ नहीं छोड़ेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले डेढ़ साल से हम ईमानदारी से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। पुणे में हमारे अच्छे काम के आधार पर पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने सोचा कि मुझे विधान पार्षद बनाया जाना चाहिए क्योंकि पार्टी की ओर से तीन सदस्यों का फैसला करना अजीत दादा (पवार) के हाथ में था।’’

मानकर ने कहा कि पंकज भुजबल और इदरीस नाइकवाड़ी को राकांपा के कोटे से नियुक्तियां दी गई हैं। उन्होंने कहा कि उनकी योग्यता की तुलना उन लोगों से की जानी चाहिए जिन्हें यह पद दिया गया है।

मानकर ने कहा, ‘‘कोई भी निर्णय लेने से पहले हमसे सलाह ली जानी चाहिए थी। कल पार्टी कार्यकर्ता यहां एकत्र हुए और हमसे स्पष्टीकरण मांगा कि हमारी क्या कमी है और सामूहिक इस्तीफा दे दिया।’’

मानकर ने कहा कि पार्टी के गढ़ में कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए काम के आधार पर और उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्हें एमएलसी बनाया जाना चाहिए था।

उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते थे कि एमएलसी का पद मिलने पर शहर में पार्टी की पैठ मजबूत होगी।’’

मानकर ने कहा कि वह शनिवार तक पुणे ईकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं शनिवार तक पद छोड़ दूंगा, लेकिन अजित दादा को नहीं छोड़ूंगा और एक आम पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम करना जारी रखूंगा।’’

मानकर ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाजपा उम्मीदवार मुरलीधर मोहोल के लिए ईमानदारी से काम किया और उनकी जीत में राकांपा की बड़ी हिस्सेदारी है।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं अब उनसे महाराष्ट्र चुनाव के दौरान महायुति उम्मीदवारों के लिए काम करने के लिए कैसे कह सकता हूं क्योंकि वे निराश हैं।’’

भाषा

प्रीति नरेश

नरेश