लातूर, 21 दिसंबर (भाषा) सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से कहा कि वे नक्सलियों के उन 40 संगठनों के नामों का खुलासा करें, जिन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कथित तौर पर हिस्सा लिया था।
उनकी मांग ऐसे समय में आई है जब दो दिन पहले फडणवीस ने विधानसभा में आरोप लगाया था कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए 180 संगठनों में से 40 को महाराष्ट्र और केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकारों द्वारा नक्सलियों का मुखौटा संगठन घोषित किया गया था।
‘भारत जोड़ो अभियान’ के राष्ट्रीय संयोजक ने महाराष्ट्र के लातूर शहर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूछा,‘‘महात्मा गांधी के अनुयायी होने के नाते हमें नक्सलवादी कैसे कहा जा सकता है?’’
एक सवाल के जवाब में यादव ने फडणवीस को इन संगठनों के नामों का खुलासा करने और यह स्पष्ट करने की चुनौती दी कि नेपाल में कथित बैठक किस बैनर तले आयोजित की गई थी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि 15 नवंबर को काठमांडू में एक बैठक हुई थी जिसमें (राहुल गांधी के नेतृत्व वाली) भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने वाले कुछ संगठनों ने भाग लिया था और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का विरोध तथा राज्यों में मतपत्र व्यवस्था लागू करने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई थी।
यादव ने कहा कि विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हार गया, क्योंकि वे लोकसभा चुनावों में अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर निर्णायक रुख अपनाने में विफल रहे।
उन्होंने दावा किया, ‘‘वे विधानसभा चुनाव बुरी तरह हार गए क्योंकि विपक्षी सहयोगी एकजुट रणनीति नहीं बना सके।’’
यादव ने कहा कि ‘भारत जोड़ो अभियान’ संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए समर्पित है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज राष्ट्र और लोकतंत्र की नींव पर हमला हो रहा है। हमारी विचारधारा संविधान की प्रस्तावना में निहित है, जो हमारा मार्गदर्शक दर्शन है।’’
यादव ने कहा, ‘‘अभियान किसी राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं है, लेकिन हम उन लोगों का समर्थन करेंगे जो भाजपा को हरा सकते हैं।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सामाजिक कार्यकर्ताओं को जेल में डालने के लिए नए कानून बनाने की योजना बना रही है।
भाषा
देवेंद्र माधव
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