Nagpur Violence Big Update। Photo Credit: IBC24 File Photo
Nagpur Violence Big Update: नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर शहर में इस सप्ताह की शुरुआत में भड़की हिंसा से जुड़े मामलों के ‘मुख्य’ आरोपी फहीम खान ने जमानत के लिए सत्र अदालत में याचिका दायर की है। वहीं, हिंसा के सिलसिले में शुक्रवार को 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिससे इस मामले में अब तक पकड़े गए लोगों की कुल संख्या 105 हो गई है। पुलिस के अनुसार, नागपुर हिंसा के सिलसिले में 10 किशोर भी हिरासत में लिए गए हैं। उसने बताया कि हिंसा को लेकर तीन नयी प्राथमिकी भी दर्ज की गई हैं।
बता दें कि, नागपुर में हुए हालिया दंगों के मुख्य आरोपी फहीम खान को 18 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और उसने राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए जमानत याचिका दायर की है। मालूम हो कि, फहीम खान पर भीड़ को उकसाने और दंगे भड़काने का आरोप है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 105 लोगों को गिरफ्तार किया है। सोमवार को फहीम खान की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है।
मालूम हो की बीते 17 मार्च को नागपुर के कई हिस्सों में उस समय बड़े पैमाने पर पथराव और आगजनी की खबरें आईं, जब यह अफवाह फैली कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन के दौरान कुरान की आयत लिखी एक चादर जलाई गई।
नागपुर के पुलिस आयुक्त रवींद्र कुमार सिंघल ने कहा, “दंगों के सिलसिले में शहर के विभिन्न हिस्सों से 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दंगों के सिलसिले में तीन और प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।” सिंघल ने कहा कि शहर के कुछ हिस्सों से कर्फ्यू हटाने का फैसला उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद लिया जाएगा। सिंघल ने हालात का जायजा लेने के लिए सिविल लाइंस स्थित पुलिस भवन में बैठक की। नागपुर हिंसा के दौरान पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) स्तर के तीन अधिकारियों सहित 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। मुख्य आरोपी फहीम खान पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है।
लोगों की सुविधा और कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंघल ने गुरुवार दोपहर दो बजे से नंदनवन और कपिल नगर थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटाने के आदेश दिए। इसके अलावा, सिंघल ने लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा और इमामबाड़ा क्षेत्रों में दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक कर्फ्यू में ढील देने का आदेश दिया, ताकि लोग दैनिक जरूरत की चीजें खरीदने के लिए बाहर निकल सकें।