नागपुर, 18 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के नागपुर में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर किए गए प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कुछ पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गणेशपेठ थाने में महाराष्ट्र और गोवा के विहिप प्रभारी सचिव गोविंद शेंडे व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मध्य नागपुर के महल इलाके के चिटनिस पार्क में सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे हिंसा भड़क उठी।
पुलिस पर पथराव किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इलाके में यह अफवाह फैली कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विहिप के आंदोलन के दौरान एक समुदाय के धर्म ग्रंथ को जला दिया गया।
उन्होंने बताया कि आंदोलन के बाद प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया।
गणेशपेठ थाने के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि विहिप और बजरंग दल के पदाधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी में अमोल ठाकरे, डॉ. महाजन, तयानी, रजत पुरी, सुशील, वृषभ अर्खेल, शुभम और मुकेश बारापात्रे के नाम भी शामिल हैं।
अधिकारी ने बताया कि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात को शहर में हिंसा भड़कने के बाद पुलिस ने मंगलवार तड़के करीब 4.30 बजे कर्फ्यू लगा दिया।
उन्होंने बताया कि कोतवाली, गणेशपेठ और लकड़गंज सहित कई इलाकों में कर्फ्यू लागू है, जहां केवल आवश्यक आवाजाही की अनुमति है।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बल शहर में 11 अति संवेदनशील स्थानों पर गश्त कर रहे हैं और पूरे शहर में नाकाबंदी की गई है।
भाषा जितेंद्र प्रशांत
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