एमवीए ने ‘गद्दार’ शिंदे सरकार का ‘पंचनामा’ जारी किया; घोटालों की सूची और भ्रष्टाचार ‘रेट कार्ड’ शामिल

एमवीए ने ‘गद्दार’ शिंदे सरकार का ‘पंचनामा’ जारी किया; घोटालों की सूची और भ्रष्टाचार ‘रेट कार्ड’ शामिल

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  • Publish Date - October 13, 2024 / 04:43 PM IST,
    Updated On - October 13, 2024 / 04:43 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

मुंबई, 13 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र का विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) ने रविवार को राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए ‘गद्दारांचा पंचनामा’ (गद्दारों का साक्ष्य रिकॉर्ड) नाम से दस्तावेज जारी किया।

इसमें विपक्षी गठबंधन ने शिंदे सरकार पर महाराष्ट्र से ‘विश्वासघात’ करने और पड़ोसी गुजरात के हित में काम करने का आरोप लगाया है।

एमवीए में उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी), शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस शामिल है। गठबंधन अकसर सत्तारूढ़ गठबंधन ‘महायुति’ पर गुजरात के पाले में जा रही बड़ी योजनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप लगाता रहा है।

एमवीए द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शिवसेना और राकांपा में हुए विभाजन का हवाला देते हुए कहा, ‘‘केवल मैं और शरद पवार ही नहीं हैं जिनके साथ गद्दारों ने विश्वासघात किया है बल्कि स्वयं महाराष्ट्र को विश्वासघात का सामना करना पड़ा है। ायह महायुति का सबसे बड़ा पाप है। ’’

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन ‘महायुति’ में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा), मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और उप मुख्यमंत्री अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) शामिल है।

एमवीए नेताओं ने कहा कि ‘गद्दारांचा पंचनामा’ में राज्य सरकार के ‘‘विधायकों और पार्षदों की खरीद, सरकारी अधिकारियों के स्थानांतरण, सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए रेट कार्ड’’ के साथ-साथ धारावी पुनर्विकास परियोजना, (मुंबई) सड़क के डामरीकरण और निविदाओं में घोटालों की सूची हैं। ‘पंचनामा’में आवश्यक वस्तुओं की कीमत में ऐतिहासिक मूल्य वृद्धि का भी उल्लेख है।

कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पाटोले ने कहा कि यहां तक कि शिंदे सरकार ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा लगाने में भी भ्रष्टाचार किया जबकि महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं जो सत्तारूढ़ गठबंधन का सबसे ‘गंभीर पाप’है।

पटोले ने कहा, ‘‘भ्रष्टयुति ने महाराष्ट्र के उद्योगों को गुजरात भेज दिया। हमें सत्तारूढ़ गठबंधन को युवाओं से नौकरियों को छीनने के लिए सबक सीखाना होगा। बार-बार भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने और संविदा कर्मियों की भर्ती से राज्य के युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो गई है।’’

ठाकरे ने कहा कि एमवीए के सत्ता में आने के बाद हम नौकरी देने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

पटोले ने कहा कि शिंदे सरकार को सत्ता से बाहर करना होगा क्योंकि उसने घृणा फैलाई है और जातियों व समुदायों में द्वेष पैदा किया है।

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए अगले महीने चुनाव होने की संभावना है क्योंकि निवर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।

भाषा धीरज प्रशांत

प्रशांत