मुंबई: President’s rule in Maharashtra? महाराष्ट्र में सीएम के नाम को लेकर सस्पेंस खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है, जिसके चलते सियासी गलियारे में घमासान मचा हुआ है। वहीं, दूसरी ओर महायुति गठबंधन की ओर से सीएम के नाम को लेकर रोजाना नई जानकारी सामने आ रही है। इसी कड़ी में पूर्व मंत्री और शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू नहीं किए जाने को लेकर सावाल उठाए हैं।
President’s rule in Maharashtra? आदित्य ठाकरे ने अपने अधिकारिक एक्स अकाउंट पर ट्विट कर लिखा कि “महाराष्ट्र में चुनाव नतीजे के एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद मुख्यमंत्री के नाम का फैसला नहीं हो पाना, न केवल महाराष्ट्र का अपमान है (हमारे राज्य को इतने हल्के में लेने के लिए), बल्कि उनके प्रिय चुनाव आयोग द्वारा प्रदान की गई सहायता का भी अपमान है। ऐसा लगता है कि नियम सिर्फ विपक्षी दलों पर ही लागू होते हैं, जबकि कुछ विशेष लोगों के लिए ये नियम लागू नहीं होते। राज्य में सरकार बनाने का दावा किए बिना और नंबर दिखाए बिना एकतरफा शपथ ग्रहण की तारीख की घोषणा करना पूरी तरह से अराजकता है।”
उन्होंने आगे लिखा, “इस पूरे मामले में, कार्यवाहक मुख्यमंत्री, चंद्रमा की चाल के अनुसार, मिनी वेकेशन पर हैं, जैसा कि पहले भी देखा गया है। इस बीच, महाराष्ट्र को उन लोगों की ओर से कोई प्राथमिकता नहीं मिल रही है जो सरकार बना सकते हैं। वे दिल्ली यात्रा का आनंद ले रहे हैं। प्रेसिडेंट रूल? क्या इसे अब तक लागू नहीं किया जाना चाहिए था? क्या यह नहीं होता, अगर विपक्ष के पास संख्या होती और फैसला लंबित होता? खैर, जो भी अंततः शपथ लेगा, उसे हमारी बधाई, चुनाव आयोग के जनादेश के लिए धन्यवाद।”
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दूसरी ओर शिवसेना प्रमुख और कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री पर फैसला बीजेपी विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह सरकार जनता की सरकार है। मैंने अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी है। माननीय प्रधानमंत्री और माननीय गृह मंत्री, मुख्यमंत्री पर अंतिम फैसला लेंगे। वे भाजपा विधायक कल बैठक कर रहे हैं। इस पर फैसला हो जाएगा। चिंता मत करो।”
एकनाथ शिंदे शुक्रवार को सातारा जिले में अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हुए थे। इस बीच अटकलें लगाई जाने लगीं कि वह राज्य की नई सरकार के गठन के लिए हो रही कवायद के तरीके से खुश नहीं हैं। इसे लेकर उन्होंने कहा, “मैं हमेशा अपने गांव आता हूं। जब मैंने पिछले सप्ताह ही अपना रुख स्पष्ट कर दिया है तो इसमें कोई भ्रम क्यों होना चाहिए? मैंने पहले ही कहा है कि भाजपा नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री पद पर लिया गया निर्णय मुझे और शिवसेना को स्वीकार्य होगा और उसे मेरा पूरा समर्थन होगा।”
वहीं, बीजेपी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में नई महायुति सरकार का शपथग्रहण 05 दिसंबर की शाम को दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा। अभी तक इस बात की घोषणा नहीं की गई है कि नया मुख्यमंत्री कौन होगा, लेकिन बीजेपी सूत्रों ने बताया कि देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे है। फडणवीस दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और वह कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली निवर्तमान सरकार में उपमुख्यमंत्री थे।
To not be able to decide on a chief minister, and form government, for more than a week after result day, is not just an insult to Maharashtra (for taking our state so lightly) but also to the assistance provided by their dearest Election Commission.
It seems that rules only…
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) December 1, 2024