मुंबई: गाद निकालने के दौरान खुदाई करने वाली मशीन से बाणगंगा तालाब की सीढ़ियां क्षतिग्रस्त हुई, ठेकेदार पर मामला दर्ज

मुंबई: गाद निकालने के दौरान खुदाई करने वाली मशीन से बाणगंगा तालाब की सीढ़ियां क्षतिग्रस्त हुई, ठेकेदार पर मामला दर्ज

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  • Publish Date - June 25, 2024 / 11:23 PM IST,
    Updated On - June 25, 2024 / 11:23 PM IST

मुंबई, 25 जून (भाषा) मुंबई में सदियों पुराने बाणगंगा तालाब की साफ सफाई के दौरान उसकी सीढ़ियां क्षतिग्रस्त हो गई। गाद निकालने के कार्य के दौरान खुदाई करने वाली मशीन के उसके ऊपर से गुजर जाने से ऐसा हुआ, जिसके बाद ठेकेदार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

बृहन्मुंबई महानगर पालिक (बीएमसी) ने मंगलवार को 12वीं सदी के टैंक के संरक्षण और जीर्णोद्धार के लिए जिम्मेदार संबंधित ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया।

दक्षिण मुंबई में स्थित ऐतिहासिक संरचना को नुकसान पहुंचाने के लिए ठेकेदार ‘सावनी हेरिटेज कंजर्वेशन प्राइवेट लिमिटेड’ के खिलाफ मालाबार हिल पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

बीएमसी की एक विज्ञप्ति में दावा किया कि स्थानीय निकाय ने कुछ ही घंटों में क्षतिग्रस्त सीढ़ियों की मरम्मत कर दी।

बीएमसी के अनुसार, सूचना मिलने के बाद इसके डी वार्ड के अधिकारियों ने तुरंत मौके से खुदाई करने वाली मशीन को हटा दिया।

इस घटना के बाद आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ‘‘हिंदू विरोधी’’ बताते हुए उस पर निशाना साधा।

‘आप’ की मुंबई इकाई की अध्यक्ष प्रीति शर्मा मेनन ने कहा, ‘‘हिंदू विरोधी भाजपा द्वारा भगवान राम के पवित्र स्थल को नष्ट करना दुखद है। हम बीएमसी आयुक्त के तत्काल इस्तीफे की मांग करते हैं।’’

वहीं बीएमसी ने बाणगंगा तालाब के जीर्णोद्धार को विशेष प्राथमिकता वाली परियोजना घोषित किया।

आप की विज्ञप्ति के अनुसार, बाणगंगा तालाब एक संरक्षित स्थल है, ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहां भगवान राम ने अपने पिता के अंतिम संस्कार के लिए ‘‘पिंडदान’’ किया था। वालकेश्वर के नाम से जाना जाने वाला यह क्षेत्र ‘वालु’ से लिया गया है, जिसका संस्कृत में अर्थ रेत होता है, जिसका संदर्भ इसी स्थान पर रेत से बने शिवलिंग से है।

भाषा

खारी प्रशांत

प्रशांत