मुंबई: भाजपा युवा शाखा के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की

मुंबई: भाजपा युवा शाखा के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की

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  • Publish Date - December 19, 2024 / 08:41 PM IST,
    Updated On - December 19, 2024 / 08:41 PM IST

(तस्वीर सहित)

मुंबई, 19 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को मुंबई में कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की और दावा किया कि महाराष्ट्र में विपक्षी दल ने हमेशा डॉ. बाबासाहब आंबेडकर का अपमान किया है।

पुलिस ने बताया कि भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में कांग्रेस कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की, फर्नीचर को नुकसान पहुंचाया और पोस्टर फाड़ दिए।

पुलिस के मुताबिक, कार्यकर्ताओं ने कुछ कांग्रेस नेताओं के पोस्टर पर स्याही भी फेंकी।

पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।

भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने पार्टी के कार्यालय में घुसते हुए कांग्रेस के खिलाफ नारे लगाए।

पुलिस ने भाजयुमो के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और उन्हें आजाद मैदान थाने ले गई, जहां उनकी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से झड़प हुई।

कांग्रेस नेताओं द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर राज्यसभा में भाषण के दौरान डॉ. बाबासाहब आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाये जाने के बाद भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने यह विरोध प्रदर्शन किया।

मुंबई से कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने इस घटना के लिए भाजपा की आलोचना की।

उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “भाजपा और संघ परिवार ने बाबासाहेब का नाम सुनते ही हमेशा यही किया है, हमला और बर्बरता। देखिए, भाजपा के गुंडे किस हद तक गिर गए हैं ताकि अमित शाह को बचाया जा सके और महामानव, भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के खिलाफ उनके द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान से ध्यान भटकाया जा सके।”

उन्होंने कहा, “भाजपा के करीब 50 कार्यकर्ता हमारे पार्टी कार्यालय में आए, कुर्सियां फेंकीं, पोस्टर फाड़े और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं ने उनके हमलों का विरोध किया। हम इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।”

गायकवाड़ ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से तोड़फोड़ में शामिल लोगों के खिलाफ सबसे कठोर धाराओं के तहत तुरंत सख्त कार्रवाई करने की मांग की।

उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य में इस तरह की राजनीतिक मर्यादा है? शर्म की बात है।”

भाषा जितेंद्र वैभव

वैभव