(दीपक रंजन)
नागपुर, 17 नवंबर (भाषा) कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने रविवार को कहा कि मणिपुर जल रहा है लेकिन यह दुखद है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य का दौरा तक नहीं किया है तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।
मणिपुर में पिछले वर्ष मई से ही इंफाल घाटी के मेइती और पहाड़ियों पर रहने वाले कुकी-जो समुदायों के बीच जातीय संघर्ष के कारण अशांति व्याप्त है। जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और बड़े पैमाने पर आगजनी में करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।
वेणुगोपाल ने ‘पीटीआई-वीडियो’ के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘मणिपुर में क्या हो रहा है? (केंद्रीय) गृह मंत्री चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, हमारे प्रधानमंत्री विदेश में हैं और हमारा एक राज्य जल रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर की स्थिति हर भारतीय के लिए पीड़ाजनक है। प्रधानमंत्री ने राज्य का दौरा तक नहीं किया है, (केंद्रीय) गृह मंत्री कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। राहुल गांधी इस देश के असली मुद्दों के बारे में बात कर रहे हैं।’’
‘बँटेंगे तो कटेंगे’ जैसे भाजपा के नारों की चर्चा करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उनकी पार्टी ऐसे आरोप-प्रत्यारोप में यकीन नहीं करती है और वह असली मुद्दों पर महाराष्ट्र चुनाव लड़ रही है।
उन्होंने कहा कि नागपुर के किसान मोदी सरकार की खराब नीतियों के कारण परेशान हैं।
केरल के अलप्पुझा से सांसद वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘यह चुनाव गरीबों और अमीरों के बीच की लड़ाई है। हम गरीबों के साथ खड़े हैं जबकि दूसरे पक्ष का एजेंडा पूरी तरह लोगों में विभाजन पैदा करना है।’’
उन्होंने कहा कि महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन एकजुट होकर चुनाव लड़ रहा है और निश्चित रूप से जीतेगा।
वेणुगोपाल ने कहा कि चुनाव के नतीजे घोषित होने के 24 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री तय कर लिया जाएगा।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 नवंबर को चुनाव होगा। मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
इस चुनाव में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (उबाठा) और शरद पवार की राकांपा (एसपी) के गठबंधन ‘एमवीए’ का भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के गठबंधन ‘महायुति’ से मुकाबला है।
भाषा राजकुमार नेत्रपाल
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