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मुंबई, 28 जून (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा कि मंगेशकर परिवार की गायकी भक्ति के साथ-साथ देशभक्ति का भी संदेश देती है।
पिछले साल सितंबर में 90 साल की हुईं दिग्गज गायिका आशा भोसले पर आधारित पुस्तक ‘स्वरस्वामिनी आशा’ के विमोचन के अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि गायकी का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं बल्कि यह भी है कि इसका समाज पर लाभकारी प्रभाव पड़ना चाहिए।
उन्होंने कहा, “मैं मंगेशकर परिवार से मिलने से पहले से ही उसका सम्मान करता हूं। उनकी गायकी भक्ति के साथ-साथ देशभक्ति का भी संदेश देती है।”
इस अवसर पर आशा भोसले ने हिंदुत्व विचारक वी. डी. सावरकर के साथ अपने जुड़ाव को याद किया। उनके भाई संगीत निर्देशक हृदयनाथ मंगेशकर भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे।
उन्होंने इस अवसर पर याद किया कि किस प्रकार विभिन्न संगीत निर्देशकों का उनके गायन पर प्रभाव पड़ा।
पिछले साल अपने 90वें जन्मदिन से पहले उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था कि संगीत एक बहती नदी की तरह है, जो कभी खत्म नहीं होती।
आशा भोसले की बड़ी बहन और स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का फरवरी 2022 में 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।
भाषा जोहेब नरेश
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