नितिन गडकरी को धमकी भरे कॉल करने वाले आरोपी ने निगला तार, डॉक्टर रख रहे हैं नजर

एक अधिकारी ने बताया कि गडकरी के कार्यालय में कथित रूप से फोन करने वाले जयेश पुजारी उर्फ कांथा को निगरानी में रखा गया है।

  •  
  • Publish Date - October 7, 2023 / 10:07 PM IST,
    Updated On - October 8, 2023 / 12:04 AM IST

Man who made threat call to Nitin Gadkari : नागपुर (महाराष्ट्र), । नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय में धमकी भरे कॉल करने का आरोपी जेल में लोहे का तार निगल गया, लेकिन फिलहाल उसकी तबीयत ठीक है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।

एक अधिकारी ने बताया कि गडकरी के कार्यालय में कथित रूप से फोन करने वाले जयेश पुजारी उर्फ कांथा को निगरानी में रखा गया है।

इस सप्ताह के प्रारंभ में उसने जेल अधिकारियों से बताया था कि वह तार का एक टुकड़ा तथा ‘50 गोलियां’ (टेबलेट) निगल गया है। उसे बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया गया जहां उसने यही दावा दोहराया। अदालत के आदेश पर सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में डॉक्टरों ने उसकी जांच की।

read more:  #SarkarOnIBC24: छत्तीसगढ़ के चुनावी संग्राम से पहले टिकट को लेकर रस्साकशी, वायरल लिस्ट को लेकर बीजेपी और कांग्रेस का वार पलटवार 

अधिकारी ने बताया कि मेडिकल जांच से इस बात की पुष्टि हुई है कि उसके पेट में तार के टुकड़े हैं, लेकिन उसकी तबीयत में कोई गड़बड़ी नजर नहीं आई है एवं उसे चिकित्सकों ने ‘फिट’ घोषित कर दिया है।

उन्होंने बताया कि आरोपी को केंद्रीय जेल वापस लाया गया और उसकी स्थिति पर जेल की मेडिकल टीम लगातार नजर रख रही है।

अधिकारी ने बताया कि पुजारी बार-बार इस कोशिश में लगा है कि उसे बेलगावी जेल ले जाया जाए, जहां उसे पहले रखा गया था। उन्होंने कहा कि संदेह है कि वह ऐसा इसलिए चाहता है, क्योंकि उस जेल में उसने आपराधिक नेटवर्क बना रखा है तथा उसे वहां मोबाइल फोन एवं अन्य सुविधाएं मिल जाती हैं।

read more: Shani Margi 2023/Rashi Parivartan : शनिदेव की कृपा से इन राशियों का होने वाला है भाग्योदय, पलट जाएगी जातकों की किस्मत, छप्पड़ फाड़ के होगी धन की प्राप्ति 

जब पुजारी बेलगावी जेल में था, तब उसने बेंगलुरू आतंकवादी हमले के अभियुक्त अफसर पाशा के साथ साठगांठ कर पुजारी ने कथित रूप से इस साल जनवरी में गडकरी के कार्यालय में धमकी भरा कॉल किया था।

उसने दाउद इब्राहिम गैंग का सदस्य होने का दावा करते हुए 100 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। उसने 21 मार्च को फिर कॉल किया था, जिसके बाद उसे इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया और नागपुर लाया गया।