नागपुर, 30 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र की नागपुर पुलिस ने देशभर के हवाई अड्डों और अन्य प्रतिष्ठानों में बम रखने की झूठी धमकी देने वाले व्यक्ति की पहचान करने का दावा किया है। पुलिस ने बुधवार को कहा कि उसकी जांच के अनुसार, संदिग्ध ने धमकी भरे ईमेल दिल्ली से भेजे थे।
मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध जगदीश श्रीराम उइके (35) ने आतंकवाद पर एक किताब लिखी है और वह महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव का रहने वाला है। अधिकारियों ने बताया कि वह पिछले कुछ वर्षों से राष्ट्रीय राजधानी में रह रहा है।
गत दो सप्ताह में 510 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बम की धमकियां मिलीं, जो बाद में झूठी साबित हुईं। इससे विमानन कंपनियों को परिचालन और आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा। ज्यादातर धमकियां सोशल मीडिया के माध्यम से दी गई थीं।
नागपुर पुलिस के एक अधिकारी ने पहले बताया था कि जांचकर्ताओं ने पाया कि उइके ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), रेल मंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री, विमानन कंपनियों के कार्यालयों, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) सहित विभिन्न सरकारी निकायों को ईमेल भेजे थे।
अधिकारी ने बताया, ‘‘उइके पिछले कई साल से दिल्ली में रह रहा है और वहीं से उसने पूरे देश में धमकी भरे ईमेल भेजे। उसके द्वारा भेजे गए ईमेल के आधार पर उसकी पहचान अपराधी के रूप में की गई है। एक केंद्रीय मंत्री को भेजे गए ईमेल का इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) पता, जैसा कि गूगल द्वारा साझा किया गया है, संकेत देता है कि इसे उइके ने भेजा था। जांच में पाया गया कि उसके मोबाइल फोन का सिम कार्ड उसके नाम पर पंजीकृत था और उसमें उसका नाम था और पता अर्जुनी मोरगांव था।’’
पुलिस के मुताबिक उइके ने 21 अक्टूबर को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को ईमेल भेजा जिसे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को भी भेजा गया था। पुलिस के अनुसार इसकी वजह से विभिन्न रेलवे स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई।
नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंदर सिंघल ने मंगलवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उइके का पता लगाने के प्रयास जारी हैं और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भाषा धीरज अमित
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