महाठा आरक्षण: जरांगे ने शुरू किया उपवास, मसौदा अधिसूचना को कानून बनाने की मांग की

महाठा आरक्षण: जरांगे ने शुरू किया उपवास, मसौदा अधिसूचना को कानून बनाने की मांग की

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  • Publish Date - February 10, 2024 / 10:18 PM IST,
    Updated On - February 10, 2024 / 10:18 PM IST

जालना, 10 फरवरी (भाषा) मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने अनिश्चितकालीन उपवास शुरू करते हुए कुनबी मराठाओं के “रक्त संबंधियों” से संबंधित मसौदा अधिसूचना को कानून का रूप देने के लिए दो दिन में राज्य विधानमंडल का विशेष सत्र आहूत करने की शनिवार को मांग की।

एक साल से भी कम समय में यह चौथी बार है, जब जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में शामिल करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे हैं।

भूख हड़ताल स्थल अंतरवाली सराटी गांव में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जरांगे ने एक बार फिर कहा कि राज्य में मराठा समुदाय के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामले तुरंत वापस लिए जाएं।

उन्होंने कहा, ‘सरकार को दो दिन में राज्य विधानमंडल का एक विशेष सत्र बुलाना चाहिए और ‘ऋषि सोयारे’ (रक्त संबंधियों) के संबंध में कानून लाना चाहिए। सरकार को कुनबी रिकॉर्ड रखने वाले 57 लाख लोगों को (ओबीसी) जाति प्रमाण पत्र जारी करना चाहिए।’

भाषा जोहेब दिलीप

दिलीप