नागपुर (महाराष्ट्र), 16 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के सदस्यों ने सोमवार को यहां महाराष्ट्र विधान भवन की सीढ़ियों पर प्रदर्शन किया और चुनावों में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के इस्तेमाल के विरोध में नारे लगाए।
प्रदर्शन नागपुर में राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन आयोजित किया गया।
राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) के नेताओं के प्रदर्शन का नेतृत्व किया। एमवीए के नेताओं ने संविधान और लोकतंत्र को बचाने का आह्वान किया तथा ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध किया।
उन्होंने ‘‘ईवीएम हटाओ देश बचाओ’’, ‘‘ईवीएम हटाओ संविधान बचाओ’’ और ‘‘ईवीएम हटाओ लोकतंत्र बचाओ’’ जैसे नारे लगाए।
दानवे के साथ कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार, नितिन राउत, भाई जगताप और विकास ठाकरे, शिवसेना (यूबीटी) नेता भास्कर जाधव, वरुण देसाई और सचिन अहीर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) (राकांपा-एसपी) के विधायक जितेंद्र अवध भी शामिल हुए।
दानवे ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि ईवीएम लोकतंत्र के लिए ‘‘खतरनाक’’ है और लोग चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध कर रहे हैं।
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि ईवीएम को हटा दिया जाना चाहिए और चुनाव मतपत्रों से कराया जाना चाहिए।’’
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने रविवार को विपक्षी एमवीए पर सत्तारूढ़ महायुति को ‘‘ईवीएम की सरकार’’ करार देने के लिए निशाना साधा था।
फडणवीस ने कहा, ‘‘हमारी सरकार इसलिए सत्ता में आई क्योंकि हर वोट महाराष्ट्र के लिए किया गया।’’
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दानवे ने चुटकी ली, ‘‘हर वोट मतपत्र के लिए।’’ कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा कि ईवीएम का मतलब है ‘‘हर वोट महायुति के लिए’’।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और भाजपा नीत महाराष्ट्र सरकार ने ईवीएम का दुरुपयोग किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एमवीए चुनावों में ईवीएम के बजाय मतपत्रों के इस्तेमाल के बारे में जागरूकता बढ़ाएंगे।
बीड से राकांपा (एसपी) विधायक संदीप क्षीरसागर ने जिले के एक गांव के सरपंच संतोष देशमुख की पिछले सप्ताह हुई हत्या में स्थानीय राकांपा पदाधिकारी वाल्मीक कराड की संलिप्तता का आरोप लगाया।
क्षीरसागर ने देशमुख के लिए न्याय की मांग की और कहा कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद बीड में विशाल मार्च निकाला जाएगा।
भाषा सुरभि मनीषा
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