मुंबई, 25 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महायुति को ‘वैध ढंग से निर्वाचित सरकार नहीं होने का’ आरोप लगाते हुए विपक्षी कांग्रेस ने शनिवार को दावा किया कि मतदाता सूची में संदिग्ध ढंग से बड़ी संख्या में मतदाता जोड़े गये तथा नवंबर 2024 के विधानसभा चुनाव में मतों में हेराफेरी की गयी।
कांग्रेस के डेटा विश्लेषण विभाग के अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने यहां प्रेसवार्ता में ये आरोप लगाए।
चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में सरकार निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया के माध्यम से वैध रूप से निर्वाचित नहीं हुयी है। हम यह बात भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी और भारत की आजादी के लिए लड़ने वाली और भारत को एक संवैधानिक गणराज्य के रूप में स्थापित करने में मदद करने वाली एकमात्र राजनीतिक पार्टी के रूप में पूरी जिम्मेदारी के साथ कहते हैं।’’
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के हाल के विधानसभा चुनाव में मत परिणामों में काफी हेराफेरी हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘ लोकसभा चुनाव के बाद हुए विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में 48 लाख नए मतदाता जुड़े, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले सिर्फ 32 लाख मतदाता जुड़े थे।’’
चक्रवती ने सवालिया लहजे में कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि किसी तरह से इन सभी मतदाताओं ने जादुई तरीके से एक गठबंधन को वोट दे दिया जो महायुति है। क्या यह तर्कसंगत लगता है…क्या यह एक चमत्कारी संयोग है? यह कैसे समझा जा सकता है? क्या यह अजीब नहीं है?’’
उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव की तुलना में विधानसभा चुनाव में महायुति को 72 लाख ज्यादा वोट मिले हैं।
उन्होंने दावा किया कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को वोट देने वाले सिर्फ 24 लाख मतदाता ही इससे छिटक गये, लेकिन महायुति को 72 लाख ज़्यादा वोट मिले।
पिछले साल लोकसभा चुनाव में एमवीए को महाराष्ट्र में 48 में से 30 सीट मिली थीं, जबकि नवंबर में विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति ने एमवीए को निर्णायक रूप से हराते हुए 288 में से 230 सीटें जीती। विधानसभा चुनाव में भाजपा को 132 सीट, शिवसेना को 57 और राकांपा को 41 सीटें मिलीं।
भाषा राजकुमार रंजन
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