मुंबई, 31 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी प्रमुख दलों के नेताओं ने बृहस्पतिवार को बागियों को मनाने की कोशिश की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मतों का बिखराव न हो।
इन नेताओं ने 20 नवंबर को होने जा रहे चुनाव के सिलसिले में सहकर्मियों और सहयोगियों के साथ बैठकें कीं।
इससे पहले दिन में, उपमुख्यमंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेन्द्र फडणवीस से दक्षिण मुंबई स्थित उनके आवास पर मुलाकात की।
पवार ने बाद में पुणे जिले की चिंचवड विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार नाना काटे से मुलाकात की और उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश की।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, भाजपा एवं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा हैं, जिसे महायुति कहा जाता है।
फडणवीस ने अपनी ओर से पार्टी सहयोगियों के साथ बैठकें कीं और कुछ बागियों से भी संपर्क किया।
मुख्यमंत्री शिंदे ने ठाणे स्थित अपने आवास पर सहयोगियों के साथ बैठक की।
महा विकास आघाडी (एमवीए) में शामिल दलों ने भी इसी तरह की बैठक की। एमवीए में उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और शरद पवार नीत राकांपा (एसपी) शामिल हैं।
शरद पवार और उनकी पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल बागी नेताओं से संपर्क कर रहे हैं।
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले और उनके सहयोगियों — विजय वडेट्टीवार और बालासाहेब थोराट ने भी राजनीतिक स्थिति की समीक्षा की और बागियों से पार्टी की खातिर नामांकन वापस लेने को कहा।
इस बीच, विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा टिकट न दिए जाने पर कोल्हापुर उत्तर से कांग्रेस विधायक जयश्री जाधव मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गईं।
नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख चार नवंबर है और 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
भाषा
देवेंद्र सुभाष
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