लातूर (भाषा) महाराष्ट्र के लातूर से आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने जिला परिषद स्कूल के एक शिक्षक को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में कथित गड़बड़ी से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया है और चार व्यक्तियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि यह कार्रवाई यह पता चलने के बाद की गई कि ‘नीट-यूजी’ परीक्षा में सफल होने के लिए पैसे देने को इच्छुक छात्रों की मदद करने के वास्ते एक गिरोह चलाया जा रहा था।
नांदेड़ एटीएस इकाई ने जिन चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है उनमें लातूर के दो शिक्षक, नांदेड़ का एक व्यक्ति और दिल्ली का एक निवासी शामिल है। संजय तुकाराम जाधव और जलील खान उमर खान पठान (दोनों लातूर के शिक्षक), नांदेड़ के इरन्ना मशनाजी कोंगलवाव और दिल्ली निवासी गंगाधर के खिलाफ सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि पठान को रविवार देर रात गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य तीन आरोपी फरार हैं। पठान को एक स्थानीय अदालत ने दो जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
लातूर जिले के पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘एटीएस अधिकारियों को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति पैसे के बदले नीट अभ्यर्थियों को परीक्षा उत्तीर्ण कराने के लिए एक गिरोह चला रहे हैं।’ इसके बाद एटीएस ने शनिवार रात पूछताछ के लिए जाधव और पठान को लातूर से हिरासत में लिया। पुलिस के अनुसार, हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति के मोबाइल फोन में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) 2024 परीक्षा से संबंधित संदिग्ध जानकारी मिली। पुलिस ने बताया, ‘गिरफ्तार आरोपी की पहचान जलील खान उमर खान पठान के रूप में हुई है, जबकि अन्य फरार हैं और उनकी तलाश की जा रही है।’ पुलिस ने बताया कि जाधव और पठान लातूर जिले के एक जिला परिषद स्कूल के प्रधानाध्यापक हैं और एक निजी कोचिंग संस्थान चलाते हैं।