मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक “मानहानिकारक” लेख को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत को नोटिस जारी किया जिसमें दावा किया गया था कि शिंदे ने लोकसभा चुनाव में सहयोगी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के उम्मीदवारों को हराने का प्रयास किया। राउत ने 28 मई की तारीख का कानूनी नोटिस ‘एक्स’ पर साझा करते हुए कहा कि यह एक ‘बहुत ही रोचक’ और ‘हास्यास्पद राजनीतिक दस्तावेज’ है। मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने पुष्टि की है कि नोटिस जारी किया गया है।
नोटिस में कहा गया है कि 26 मई को शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में अपने लेख में राउत ने झूठा दावा किया कि शिंदे ने ‘असीमित धनराशि’ खर्च कर प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में करोड़ों रुपये बांटे। नोटिस के अनुसार लेख में आगे दावा किया गया है कि शिंदे ने यह सब अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों की हार सुनिश्चित करने के लिए किया। नोटिस में कहा गया है कि ये दावे न केवल झूठे बल्कि ‘अपमानजनक व निंदनीय’ हैं और लोगों को गुमराह करने व अशांति पैदा करने के लिए किए गए हैं।
नोटिस में कहा गया है, ‘आपने अपने और अपने तथाकथित नेता उद्धव बालासाहेब ठाकरे के लिए नाम, प्रसिद्धि और राजनीतिक लाभ पाने के मकसद से यह मानहानिकारक लेख प्रकाशित किया है।’ नोटिस में राउत से आरोपों के समर्थन में सबूत पेश करने को कहा गया है। नोटिस के अनुसार, यदि वह ऐसा नहीं कर पाते हैं तो उन्हें तीन दिन में माफी मांगनी होगी अन्यथा उन्हें आपराधिक और दीवानी कार्यवाही का सामना करना होगा।
नोटिस साझा करते हुए राउत ने ‘एक्स’ पर लिखा, “50 खोके एकदम ओके। इसे कहते हैं उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। गैर संवैधानिक मुख्यमंत्री श्रीमान शिंदे ने हमें एक कानूनी नोटिस भेजा है। बहुत ही रोचक और हास्यास्पद राजनीतिक दस्तावेज है। अब आयेगा मजा!! जय महाराष्ट्र!” भाजपा, शिंदे नीत शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति का हिस्सा हैं।