पुणे : BJP MLA’s hate speech against Muslims : तेलंगाना के निलंबित भाजपा विधायक टी. राजा सिंह के नफरती भाषण का वह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से फैल चुका है, जिसमें वह मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देते दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले की रहाता तहसील में हाल ही में एक जनसभा में सिंह के भाषण का है। सिंह को बड़ी संख्या में युवाओं की भीड़ को यह कहते सुना जा सकता है, “जो कोई भी हिंदुओं के खिलाफ बोलेगा, हम उसे नहीं बख्शेंगे।”
मुस्लिमों द्वारा नमाज अदा करने के संदर्भ में उन्होंने कहा, “हमारे हिंदू राष्ट्र में आपको नमाज अदा करने के लिए लाउडस्पीकर भी नहीं मिलेगा, जो आप दिन में पांच बार करते हैं।” सिंह को कथित तौर पर मुस्लिमों के साथ मारपीट के लिए युवाओं को बजरंग दल में शामिल होने की सलाह देते सुना जा सकता है। उन्हें भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने के लिए युवाओं का समर्थन मांगते हुए भी सुना जा सकता है। सिंह ने कहा कि 2026 तक भारत को “अखंड हिंदू राष्ट्र” घोषित कर दिया जाएगा।
Location: Mumbai, Maharashtra
Hindutva leader & Telangana MLA T Raja Singh gives open call for violence & killing Muslims at the Hindu Jan Akrosh Morcha event organised by Sakal Hindu Samaj.
More than 10000 people attended this event on Jan 29. @DGPMaharashtra pic.twitter.com/gqeOVADX7B
— HindutvaWatch (@HindutvaWatchIn) January 31, 2023
उन्होंने कहा कि अहमदनगर और हैदराबाद शहरों का नाम बदलकर क्रमशः अहिल्याबाई नगर और भाग्यनगर कर दिया जाएगा। टी. राजा सिंह ने कहा, ‘‘हिंदू मांग कर रहे हैं कि देश को ‘अखंड हिंदू राष्ट्र’ बनाया जाए। अगर 50 से अधिक इस्लामिक देश और 150 से अधिक ईसाई राष्ट्र हो सकते हैं, तो भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित क्यों नहीं किया जा सकता, जहां बहुसंख्यक आबादी हिंदुओं की है।’’
BJP MLA’s hate speech against Muslims : हैदराबाद में गोशामहल निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले राजा सिंह ने कहा, ‘‘चाहे कुछ भी हो, 2025 और 2026 में, भारत को ‘अखंड हिंदू राष्ट्र’ घोषित किया जाएगा। यह मैं नहीं कह रहा, यह सभी साधु-संतों की दहाड़ है और यह उनकी भविष्यवाणी है।’’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में औरंगाबाद और उस्मानाबाद शहरों का नाम बदलना अभी शुरुआत है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने हाल में औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर ‘छत्रपति संभाजीनगर’ और उस्मानाबाद शहर का नाम बदलकर ‘धाराशिव’ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।